Samastipur News: समस्तीपुर में एटीएम ट्रेस करने में बैंक अकाउंट से 83 हजार रुपये उड़ाया.

समस्तीपुर: साइबर अपराधियों ने पुलिस के लिए गंभीर चुनौती खड़ी कर दी है। जिले में हर सप्ताह औसतन दो से चार लोग ऑनलाइन ठगी के शिकार हो रहे हैं। ये अपराधी फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम जैसी सोशल मीडिया साइट्स पर सक्रिय रहते हैं, जहां अश्लील चैटिंग, रेटिंग लाइक्स और कमेंट, घर बैठे पैकिंग के नाम पर कमाई, मॉडलिंग और ऑनलाइन मार्केटिंग में निवेश जैसे झूठे वादों के जरिए लोगों को फंसाते हैं।

   

इन ठगों द्वारा कुछ मोबाइल नंबरों पर कॉल कर बैंक खाते और एटीएम कार्ड बंद होने की धमकी, इनाम या ऑफर का लालच देकर या लिंक शेयर कर बैंक की जानकारी हासिल की जाती है। इसके बाद वे अपनी बातों में उलझाकर ओटीपी भी प्राप्त कर लेते हैं और कुछ ही पलों में खाते से पैसा उड़ा लेते हैं।

लोगों को मोबाइल पर लाइव चैटिंग के जरिए ब्लैकमेल भी किया जा रहा है। ठगों के जाल में फंसकर लोग अपनी मेहनत की कमाई को मिनटों में गंवा देते हैं। घटनाओं में तेजी से इजाफा हो रहा है, लेकिन इसके बावजूद साइबर अपराधियों को पकड़ने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है।

 

कल्याणपुर थाना क्षेत्र के जितवरिया गांव निवासी रामानंद प्रसाद के पुत्र संतोष कुमार ने स्थानीय साइबर थाना में एक आवेदन देकर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है. दर्ज प्राथमिकी में पीड़ित ने बताया है कि उन्होंने यूको बैंक की शाखा में एटीएम के लिए आवेदन किया था. बैंक से स्वीकृति मिलने के बाद एटीएम उनके वर्तमान पता पर स्पीड पोस्ट कर दिया गया. उन्होंने मोबाइल के गूगल पर एटीएम काे ट्रैक किया तो मोबाइल स्क्रिन पर एक मोबाइल नंबर आया.

उसपर कॉल किया तो दूसरी ओर से बताया गया कि वाट्सऐप नंबर पर कस्टमर सपोर्ट एजीएस एपीके लिंक शेयर किया गया है. लिंक टच करने के बाद एक एप्लीकेशन फार्म आया. उसमें मोबाइल नंबर, शिकायत दर्ज करने और बैंक अकाउंट से एक रुपये ट्रांसफर करने को कहा गया था. उन्होंने मोबाइल नंबर और शिकायत दर्ज करते हुए एक रुपये ट्रांसफर कर दिया. इसके बाद अलग अलग किस्तों में बैंक अकाउंट से 83 हजार रुपये गायब हो गया. साइबर थाना के इंस्पेक्टर धनंजय कुमार ने बताया कि आवेदन के आलोक में प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है.

   

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