नर्सें न केवल चिकित्सा जगत की अहम स्तंभ होती हैं, बल्कि वे मानवीय संवेदना की जीवित मिसाल भी होती हैं। हर वर्ष 12 मई को मनाया जाने वाला अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस, उनके त्याग, समर्पण और मानवता के प्रति सेवा भाव को सम्मानित करने का एक अवसर होता है। इसी क्रम में समस्तीपुर जिले के वारिसनगर प्रखंड स्थित पनासिया नर्सिंग कॉलेज में इस दिवस को बेहद गरिमामय ढंग से मनाया गया।

सोमवार को आयोजित इस भव्य समारोह का उद्घाटन बिहार विधानसभा के मुख्य सचेतक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने दीप प्रज्वलित कर किया। कॉलेज प्रबंधन की ओर से आए अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ और स्मृति चिन्ह देकर किया गया। कार्यक्रम के दौरान “समाज में नर्सों का योगदान” विषय पर एक विचार गोष्ठी का भी आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता बी.बी. फातिमा टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के अध्यक्ष मोहम्मद तैयब परवेज ने की, जबकि संचालन जिला राजद प्रवक्ता राकेश कुमार ठाकुर ने किया।

मुख्य अतिथि अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने अपने संबोधन में कहा, “नर्सिंग पेशा न केवल एक काम है, बल्कि यह सेवा, समर्पण और सहानुभूति का जीवंत उदाहरण है। नर्सें दिन-रात बिना थके मरीजों की देखभाल करती हैं, और उनकी दुआएं ही उनकी सबसे बड़ी पूंजी होती हैं।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि एक जिंदगी बचाने वाला ‘हीरो’ कहलाता है, लेकिन जो सैकड़ों जिंदगियों को संभालता है, वह ‘नर्स’ होता है।


मौके पर बी.बी. फातिमा टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के अध्यक्ष मो. तैयब परवेज, स्थानीय कॉलेज की प्राचार्या ज्योति, समाजसेवी मो. शरीफ आलम उस्मानी, एथलेटिक्स संघ के जिलाध्यक्ष मो. रिजउल इस्लाम रिज्जू, जिला राजद प्रवक्ता राकेश कुमार ठाकुर, सरपंच संघ के जिलाध्यक्ष महेश राय, व्यवसायी हरेंद्र कुमार, राय सोनी सिंह, समाजसेवी मो. परवेज आलम, राकेश कुमार यादव, संतोष कुमार यादव, उत्कर्ष बैंक के वरीय प्रबंधक रवि आनंद, पूर्व मुखिया चंदन कुमार व मुकेश कुमार, समाजसेवी रितेश कुमार पिंकू, बिट्टू रजक, ट्रेड यूनियन नेता एस.के. निराला, सैयद एहसानुल हक चुनने, सैयद शाहनवाज हसीब, सैयद फैसल आलम मन्नू, जयलाल राय, इंजीनियर राजेश कुमार, रंजीत कुमार रंभू, राकेश कुशवाहा, ज्योतिष महतो, मनोज पटेल, मो. अमरोज, मो. अब्दुल खालिक, मो. महफूज आलम सोनू, डॉ. अमरजीत कुशवाहा, अनिल यादव, मो. फैजी, मो. बच्चा बाबू, अभिषेक यादव, मो. चुन्नू, डॉ. सफदर, डॉ. रामपुकार कुशवाहा सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम में वक्ताओं ने नर्सिंग क्षेत्र की चुनौतियों और उसके सामाजिक महत्व पर प्रकाश डाला। साथ ही युवाओं को इस सेवा क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रेरित भी किया गया।



