समस्तीपुर में डाक विभाग ने एक सराहनीय पहल की शुरुआत की है, जो समाज में बेटियों के भविष्य को सुरक्षित और उज्ज्वल बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। इस प्रयास के जरिए न केवल सरकारी योजनाओं का लाभ बेटियों तक पहुंचाया जा रहा है, बल्कि लोगों को भी बेटियों की आर्थिक सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जा रहा है।

डाक अधीक्षक दिनेश साह के नेतृत्व में समस्तीपुर डाक विभाग ने 10 वर्ष से कम उम्र की बेटियों की पहचान कर उन्हें सुकन्या समृद्धि योजना से जोड़ने का विशेष अभियान शुरू किया है। इस अभियान की निगरानी समस्तीपुर प्रधान डाकघर द्वारा की जा रही है, जहां 15 बीटों में 15 पोस्टमैन और एमटीएस कर्मियों की नियुक्ति कर सर्वे कराया जा रहा है।

समस्तीपुर प्रधान डाकघर के उप डाकपाल यशवंत कुमार सिंह ने बताया कि यह अभियान आगामी 31 जुलाई तक चलेगा, जिसका उद्देश्य शहर के हर हिस्से से योग्य बालिकाओं की पहचान कर उनके नाम से खाता खोलना है। इस योजना के अंतर्गत माता-पिता या अभिभावक बालिका के नाम से जमा राशि पर सरकार की ओर से उच्च ब्याज दर और टैक्स में छूट जैसी सुविधाएं प्रदान करती है, जिससे बेटी की शिक्षा और विवाह के लिए आर्थिक सुरक्षा मिलती है।

डाक विभाग के आंकड़ों के अनुसार, समस्तीपुर डाक मंडल में वर्तमान में लगभग छह लाख सक्रिय खाते संचालित हो रहे हैं, जिनमें से एक बड़ा हिस्सा सुकन्या समृद्धि योजना के खाते हैं। इस वर्ष विभाग का लक्ष्य इन खातों की संख्या में 25 प्रतिशत की वृद्धि करना है।


क्या है सुकन्या समृद्धि योजना
सुकन्या समृद्धि योजना भारत सरकार की बचत योजना है। बेटियों के लिए यह योजना शुरू की गई है। यह योजना बेटियों की शिक्षा व विवाह के लिए वित्तीय सहायता देती है। योजना में कम से कम ढाई सौ रुपए हर साल व डेढ़ लाख रुपए हर साल जमा करने पर 8.2 फीसदी ब्याज सालाना मिलता है। खाता खोलने की तारीख से अगले 21 साल या 18 साल की उम्र के बाद बेटी की शादी होने पर पूरी राशि दे दी जाती है। राशि बेटी के खाते में भेजी जाती है। यह योजना करमुक्त है।


