समस्तीपुर में डेंटल इंप्लांट विषय पर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया, जहां राज्यभर के दंत चिकित्सकों को इस तकनीक से अवगत कराया गया। कार्यशाला का उद्देश्य सिर्फ चिकित्सकों को प्रशिक्षित करना ही नहीं, बल्कि आमजन में जागरूकता फैलाना भी था।

रविवार को गौरव डेंटल एवं फिजियोथैरेपी हॉस्पिटल, आजाद नगर, मोहनपुर, समस्तीपुर के परिसर में आयोजित इस एकदिवसीय कार्यशाला की अगुवाई डॉ. अमित गौरव ने की। कार्यशाला में बिहार के विभिन्न जिलों से आए दंत चिकित्सकों ने भाग लिया।

डॉ. गौरव ने बताया कि यह पहला मौका है जब समस्तीपुर में डेंटल इंप्लांट पर इतनी विस्तृत कार्यशाला आयोजित की गई है। इसमें कृत्रिम दंत प्रत्यारोपण की तकनीकी प्रक्रिया, इससे जुड़े उपकरणों के प्रयोग, विभिन्न चरणों की जानकारी और इसके लाभों पर विस्तार से चर्चा की गई।

उन्होंने कहा, “डेंटल इंप्लांट एक सुरक्षित और स्थायी उपाय है, जिसके जरिए दांतविहीन व्यक्ति भी सामान्य रूप से भोजन चबा सकते हैं और संपूर्ण स्वास्थ्य का आनंद ले सकते हैं।”

कार्यशाला के दौरान उपस्थित डॉक्टरों को लाइव डेमो और प्रेजेंटेशन के माध्यम से इंप्लांट प्रक्रिया को समझाया गया। साथ ही, डॉ. गौरव ने डेंटल इंप्लांट को लेकर समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने की दिशा में भी काम करने की अपील की।


उन्होंने कहा कि आम लोग अक्सर डेंटल इंप्लांट को महंगा या जोखिम भरा मानते हैं, जबकि सच्चाई इसके ठीक उलट है। “हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम समाज को तथ्यपरक जानकारी देकर सही विकल्पों से अवगत कराएं,” उन्होंने जोर दिया।

