समस्तीपुर जिले में स्कूली बच्चों के पोषण स्तर को बेहतर बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया है। अब कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों को सप्ताह में तीन दिन हरी सब्ज़ियाँ अनिवार्य रूप से मध्याह्न भोजन में दी जाएंगी। यह बदलाव न केवल बच्चों के स्वास्थ्य के लिहाज़ से ज़रूरी है, बल्कि स्थानीय किसानों के लिए भी अवसर लेकर आया है।

शिक्षा विभाग की ओर से जारी निर्देश के अनुसार, सोमवार, गुरुवार और शनिवार को स्कूली भोजन में हरी सब्जियों को अनिवार्य किया गया है। इसका उद्देश्य बच्चों को संतुलित और पौष्टिक आहार उपलब्ध कराना है। 2 जून 2025 से यह संशोधित मेन्यू जिले के सभी सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में लागू हो जाएगा।

डीपीओ (एमडीएम) सुमित कुमार सौरभ ने जानकारी देते हुए बताया कि स्थानीय स्तर पर उपलब्ध मौसमी सब्जियों को प्राथमिकता दी जाएगी। इन सब्जियों में धनिया पत्ता, सहजन, सहजन पत्ता, नेनुआ, बोरो, परवल, भिंडी, सीम और बींस शामिल हैं। यदि लौकी (कद्दू) का प्रयोग किया जाता है, तो इसके साथ उपरोक्त में से कोई एक अन्य हरी सब्जी ज़रूर शामिल करनी होगी।

संशोधित मध्याह्न भोजन मेन्यू के तहत:

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सोमवार और गुरुवार को चावल और हरी सब्जियों वाली मिश्रित दाल तड़का,
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मंगलवार को चावल और सोयाबीन-आलू की सब्जी,
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बुधवार को चावल और लाल चना का छोला (थोड़ी मात्रा में आलू),
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शुक्रवार को चावल, लाल चना छोला, और एक उबला अंडा (अंडा न खाने वालों को फल जैसे सेब या केला),
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शनिवार को हरी सब्जी युक्त खिचड़ी और चोखा दिया जाएगा।

