Sonu Jha Murder : समस्तीपुर में प्रेम प्रसंग में हुई सोनू झा की हत्या में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी पत्नी अस्मिता झा ने पुलिस के पूछताछ के दौरान से कई खुलासे किए हैं। हालांकि, शुरुआत में उसने सवालों का जवाब देने से इनकार कर दिया। लेकिन जब महिला पुलिसकर्मियों की ओर से सख्ती बरती गई तो उसने बताया कि उसका पति सोनू को शराब पीने की आदत थी। उसकी कमाई भी उतनी नहीं थी, जिससे मैं अपने शौक पूरा कर पाती।

वहीं आर्थिक संकट के कारण उसका और उसके दो बच्चे का भविष्य अंधकार में था। 6 साल की बेटी और 4 साल के बेटे को पढ़ाना-लिखाना था, लिहाजा उनके लिए गांव में रहने वाले ट्यूशन टीचर 25 साल के हरिओम झा को मैंने दोनों बच्चों को पढ़ाने के लिए कहा। इसके लिए उसे 1500 रुपए फीस देती थी। एक दिन सोनू झा ने मुझसे मारपीट की थी, जिससे मेरे चेहरे पर सूजन था।

हरिओम झा ने ये सब देखा तो पूछा कि भइया ने मारपीट की है क्या? इसके बाद मैंने सिलसिलेवार तरीके से हरिओम झा को पूरी कहानी बताई। जब उसने मेरी कहानी सुनी तो मुझसे हमदर्दी जताई।

अस्मिता झा के मुताबिक, इसके बाद हरिओम झा हमदर्दी जताने के बहाने मुझे अक्सर फोन करने लगा और हालचाल पूछने लगा। ये सबकुछ मुझे अच्छा लगता था। इससे आकर्षित हो एक दिन मैंने ही उससे प्यार का इजहार कर दिया। इसके बाद उसने मेरा प्यार स्वीकार किया और जब भी वो ट्यूशन पढ़ाने आता था, हम लोग खूब बातें करते थे। इस दौरान हम दोनों के बीच शारीरिक संबंध भी बने।

पति की हत्या की आरोपी पत्नी अस्मिता झा ने पुलिस को यह भी बताया कि शुक्रवार की रात सोनू झा शराब पीकर घर पहुंचा था। मैंने उससे खाना खाने के लिए पूछा, लेकिन उसने खाना नहीं खाया और कमरे में आ गया। बेटी दूसरे कमरे में थी। सोनू ने पहले मुझसे जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाया।

करीब 10 मिनट के बाद दोबारा शारीरिक संबंध बनाने को कहा, लेकिन मैंने मना कर दिया। इसके बाद सोनू मुझसे मारपीट करने लगा और गाली-गलौच करने लगा। इसी दौरान मैं चाय बनाने वाली केतली से उसके सिर पर पीछे से वार कर दिया, जिससे जख्मी होकर वह जमीन पर गिर गया। सोनू के सिर से खून काफी बहने लगा।
इस घटना के बाद मैंने अपने प्रेमी हरिओम झा को कॉल कर घर बुलाया। जब हरिओम घर पहुंचा तो सोनू और हरिओम के बीच मारपीट हुई। इसी बीच सोनू का सिर दीवार से टकरा गया। फिर हम दोनों ने मिलकर चाय की केतली से सोनू के सिर पर ताबड़तोड़ वार किए। जिससे वह फिर बेहोश हो गया।
जिसके बाद हम दोनों को लगा कि इसकी मौत हो गई है। लेकिन मौत को कन्फर्म करने के लिए हरिओम ने बिजली का तार लेकर आया और सोनू के बाएं हाथ और गर्दन में उसे लपेट दिया। इसके बाद गला घोंटा गया, फिर तार को करंट से जोड़ा गया। करीब पांच मिनट तक छटपटाने के बाद सोनू शांत हो गया।

अस्मिता झा ने बताया कि सोनू की मौत के बाद हम दोनों को कोई घबराहट नहीं हुई। करीब दो घंटे तक हरिओम मेरे घर ही ठहरा रहा और इस दौरान हम दोनों ने शारीरिक संबंध भी बनाए। मारपीट के दौरान हरिओम के बाएं हाथ में चोट लग गई थी, जिसके बाद वो करीब चार बजे घर से निकलकर चला गया।

