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Dragon fruit: उत्तर बिहार में पांच हेक्टेयर में ड्रैगन फ्रूट का होगा उत्पादन, किसानों की बढ़ेगी आमदनी.

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By Samastipur Today Desk

 


 

Dragon fruit: उत्तर बिहार में पांच हेक्टेयर में ड्रैगन फ्रूट का होगा उत्पादन, किसानों की बढ़ेगी आमदनी.

 

गुलाबी रंग के विदेशी फल (ड्रैगन फ्रूट) की खेती अब उत्तर बिहार के जिलों में भी हो रही है। गुलाबी फल की खेती से किसानों के चेहरे समृद्धि के गुलाब की तरह खिल जाएंगे। इससे अब किसान और ज्यादा समृद्ध होकर मुनाफा कमाएंगे।

 

राज्य स्कीम मद से वित्तीय वर्ष 2025-26 से 2026-27 तक दो वर्षों के लिए ड्रैगन फ्रूट विकास योजना शुरू की गई है। योजना के तहत उत्तर बिहार के जिलों में पांच हेक्टेयर में इसका उत्पादन होगा।

जिला कृषि पदाधिकारी डॉ. सुमित कुमार सौरभ ने बताया कि समस्तीपुर जिला में सर्वाधिक तीन हेक्टेयर एवं दरभंगा व मुजफ्फरपुर जिला में एक-एक हेक्टेयर का लक्ष्य दिया गया है। ड्रैगन फ्रूट में एक हेक्टेयर में पांच हजार पौधा लगाया जाना है। इसमें एक हेक्टेयर में लागत इकाई छह लाख 75 हजार रुपये निर्धारित है।

इस पर प्रति हेक्टेयर 40 प्रतिशत अनुदान मिलेगा। अनुदान की राशि दो लाख 70 हजार रुपए दो किस्त में मिलेगी। प्रथम किस्त के रूप में अनुदान की राशि 60 प्रतिशत अर्थात 1.62 लाख रुपये एवं द्वितीय किस्त की राशि 40 प्रतिशत अर्थात 1.08 लाख रुपये दिया जाएगा।

किसानों की आमदनी में होगी वृद्धि
ड्रैगन फ्रूट के विकास को बढ़ावा देने हेतु योजना की शुरुआत की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य ड्रैगन फ्रूट के बाग का रकबा को बढ़ाते हुए उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि कर किसानों की आमदनी में वृद्धि करना है। योजना के कार्यान्वयन हेतु पौध रोपण सामग्री हेतु ई-निविदा का प्रकाशन कर एजेंसी का चयन किया जाना है।

ड्रैगन फ्रूट के एक पौधे से दूसरे पौधे की दूरी दो मीटर होनी चाहिए। इस पौधे के समीप एक खंभा या बांस बल्ली लगाना होता है। जिसके सहारे से यह ऊपर की तरफ बढ़ना शुरू करता है।

इस पेड़ में कोई भी बीमारी नहीं आती और लगभग 16 महीने बाद यह फल देना प्रारंभ करता है। सबसे खास बात यह है कि प्रत्येक वर्ष फल देने की क्षमता बढ़ जाती है।

अधिकतम दो हेक्टेयर के लिए मिलेगा अनुदान
ड्रैगन फ्रूट की खेती मुख्य रूप से लघु एवं सीमांत किसानों द्वारा की जाती है। योजना का लाभ न्यूनतम 0.1 हेक्टेयर तथा अधिकतम 2 हेक्टेयर के लिए दिया जाएगा। योजना का लाभ लेने हेतु किसानों को डीबीटी पोर्टल पर पंजीकरण करना आवश्यक होगा। किसानों का चयन लाटरी के आधार पर किया जाएगा।

ड्रैगन फ्रूट का पौधा 25 वर्ष तक बना रहेगा उपयोगी
आत्मा के उप परियोजना निदेशक गंगेश कुमार चौधरी ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट का पौधा 25 वर्ष तक उपयोगी बना रहेगा। एक सीजन में पांच बार फलन होता है। यह ताइवान, जापान और चाइना का मुख्य फल है। ड्रैगन फ्रूट्स के पौधे लगाने के उपरांत 25 साल तक किसानों को फल मिलेंगे।

प्रत्येक वर्ष इसका पौधा बढ़ता है और फल भी अधिक देता हे। कम पानी वाले जगह के लिए ज्यादा उपयोगी है। कटीला होने की वजह से आवारा पशुओं से भी इस फसल को कोई नुकसान नहीं होता है। ड्रैगन फ्रूट्स की मार्केट में काफी डिमांड है और 150 से 200 रुपये किलो बिकता है।