Samastipur Health : समस्तीपुर में सदर अस्पताल को अपग्रेड कर मॉडल अस्पताल बनाया जा रहा रहा है। 40 करोड़ की लागत से बनने वाले इस अस्पताल के निर्माण से क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा सुधार होने की उम्मीद है। बता दें कि वर्ष 2020 में इस अस्पताल की आधारशिला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रखी थी। तब घोषणा की गयी थी कि एक वर्ष के अंदर अस्पताल बन कर तैयार होगा। लेकिन करीब पांच साल गुजरने के बाद भी अस्पताल का भवन निर्माण का काम पूरा नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि 500 बेड वाले इस अस्पताल के बनने में कम से कम दो से तीन सालों का समय और लग सकता है।

जानकारी के अनुसार, इस अस्पताल के बन जाने से मरीजों को एक ही छत के नीचे सभी प्रकार की सुविधा मिलेगी। इसके लिए इस अस्पताल में मरीजों के लिए पैथोलॉजी, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन और ईसीजी जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसके साथ ही लेबर रूम, ओटी, पेइंग वार्ड, लिफ्ट, रैंप का निर्माण भी कराया जा रहा है। वहीं इस अस्पताल में बच्चों के लिए विशेष वार्ड होगी, जहां दवा और जांच की सभी व्यवस्थाएं मौजूद रहेंगी।

इसके अलावे मारपीट, सड़क दुर्घटनाओं और गोली कांड जैसे मामलों के लिए अस्पताल में अलग से मॉडर्न ट्रॉमा वार्ड होगा। इस वार्ड में मरीजों को ओटी तक पहुंचाने के लिए रैंप की सुविधा होगी। विशेषज्ञ चिकित्सकों की ड्यूटी और उन्नत उपकरणों के साथ यह वार्ड गंभीर मरीजों के लिए बेहद सुविधाजनक साबित होगा।


सिविल सर्जन डॉ एसके चौधरी ने कि इस मॉडल अस्पताल के बन जाने से समस्तीपुर और आसपास के इलाकों के लाखों लोगों को बेहतर और आधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होगी। इससे गंभीर मरीज को पटना, दरभंगा रेफर करने का झंझट भी खत्म हो जाएगा। यहां मेडिकल कॉलेज की तरह सभी सुविधा मिलेगी। वहीं निर्माण कार्य के धीमी रफ़्तार को लेकर उन्होंने कहा कि मॉडल अस्पताल के निर्माण को लेकर कोई तय सीमा नहीं रखी गई है। चल रहे निर्माण कार्य की मॉनिटरिंग भी की जा रही है।

