मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि जिन ग्रामीण पथों की मरम्मत की आवश्यकता है, उसे बरसात के पूर्व ठीक कराएं। मुख्यमंत्री सोमवार को एक अणे मार्ग स्थित संकल्प से ग्रामीण सड़क सुद्दढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम अंतर्गत 8716 करोड़ की लागत से 12105 किलोमीटर लंबे 6938 पथों का कार्यारंभ करने के बाद अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।

कार्यक्रम के दौरान ग्रामीण कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने बताया कि ग्रामीण सड़कों का अब नियमित और व्यवस्थित रूप से पुनर्निर्माण, उन्नयन व नवीनीकरण सुनिश्चित होगी।

उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष योजनाओं की उपलब्धियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना एवं अन्य राज्य योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना के अन्तर्गत ग्रामीण सड़कों, पुलों के निर्माण की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी।

अपर मुख्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना के तहत ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम को एक नए अवयव के रूप में प्रारंभ किया गया है। वितीय वर्ष 2024-25 में इसके अंतर्गत पंचवर्षीय अनुरक्षण अवधि से बाहर हुए 24482 किलोमीटर लंबे 14087 पथों के सुदृढ़ीकरण के लिए 21733 करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है।


सभी ग्रामीण पथों को आगामी सात वर्षों तक मानक अनुरूप सेवा स्तर पर बनाए रखने की व्यवस्था की गई है। इस अवधि के भीतर इन पथों पर दो बार कालीकरण कराया जाएगा। योजना के क्रियान्वयन में कोई तकनीकी त्रुटि पाई जाती है तो उसका समाधान तय समय-सीमा के भीतर अनिवार्य रूप से किया जाएगा।


