गांवों में अब आम लोगों से पहले मुखिया और सरपंच के घरों में बिजली के स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। लोगों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए बिजली कंपनी ने यह पहल की है। कंपनी ने इस बाबत इंजीनियरों को आवश्यक निर्देश दिया है।

कंपनी अधिकारियों ने कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर के संदर्भ में व्याप्त पंचायतों में सबसे पहले मुखिया सरपंच के घर लगेंगे स्मार्ट मीटरभ्रांतियां को दूर करने के लिए निरंतर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। कंपनी का मानना है कि जागरुकता अभियान के बदले ही उपभोक्ताओं के माइंडसेट को बदला जा सकता है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर का विरोध गलत अवधारणाओं की वजह से हो रहा है।

यदि उपभोक्ताओं तक सही जानकारी पहुंचेगी तो उनकी गलत अवधारणाएं स्वत: दूर होती चली जाएंगी और स्मार्ट प्रीपेड मीटर के इंस्टॉलेशन में आने वाली अड़चनें समाप्त हो जाएंगी। इसलिए कंपनी ने सभी अभियंताओं को अपने-अपने क्षेत्र में योजनाबद्ध तरीके से स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के लिए कहा है। अभियंताओं को जनप्रतिनिधियों के घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का निर्देश दिया है।


कंपनी ने उपभोक्ताओं को समझाने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भी मदद लेने को कहा है। इंजीनियरों को अपने-अपने क्षेत्र के सभी सरकारी भवनों में भी अविलंब स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने को कहा गया है। अधीक्षण अभियंताओं को इसकी निगरानी का जिम्मा दिया गया है।

सरकारी भवनों में पुराने मीटर और नए स्मार्ट प्रीपेड मीटर को इंस्टॉल करके लोगों को दिखाने को कहा गया है कि बिलिंग को लेकर दोनों में कोई फर्क नहीं है।
