समस्तीपुर में लू से बचने के लिए शिक्षक बैजनाथ रजक ने बच्चों को बड़े ही सरल भाषा में समझाया। गाना गाकर उन्होंने बच्चों को बताया कि कड़ी धूप में छाता लेकर निकले। दोपहर में नंगे पांव बाहर न निकले, इससे पांव में छाले पड़ सकते हैं। इसके अलावा और भी जागरूकता वाली बातें स्कूली बच्चों को समझाया।

शिक्षक ने बच्चों से कहा गर्मी की छुट्टी में किताबों से मन लगाएं और होमवर्क पूरा करें। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। जो स्कूल के क्लास रूम में बनाया गया है। प्राइमरी गर्ल्स स्कूल मालदा हसनपुर का है।

बच्चों ने भी दिखाई उत्सुक्ता

करीब 2:15 मिनट के वीडियो में देखा जा सकता है कि शिक्षक के गाने को बच्चे काफी पसंद कर रहे हैं। गाना सुनकर सभी ताली भी बाज रहे हैं। बच्चे खेल-खेल में ही पढ़ रहे हैं और शिक्षक पर भी बच्चों को समझाने का कोई तनाव नहीं है। वे बड़े ही आसानी से अपनी बात बच्चों को बता रहे हैं।

कन्या विद्यालय मालदह हसनपुर में पदस्थापित हैं। ये लगातार शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार करते आ रहे हैं। इससे पहले भी टीचर आपदा से बचाव, खेल-खेल में पढ़ाने, बच्चों को स्कूल से जोड़ने, चमकी को धमकी देने, किताब से दिल लगाने पर बनाया गया गीत काफी सुर्खियां बटोर चुका है। उत्कृष्ट शिक्षण शैली के कारण ही कि बिहार सरकार ने इस साल का राजकीय शिक्षा पुरस्कार प्रदान किया है।

टीचर्स-डे पर मिल चुका है अवार्ड

बैजनाथ रजक को इस अनोखे अंदाज में पढ़ने के लिए बिहार सरकार ने शिक्षक दिवस के मौके पर पुरस्कृत भी किया है। इससे पहले भी भगदड़ मेला, लू, आंधी तूफान समेत अन्य मुद्दों को लेकर उनका वीडियो सामने आ चुका है।

