Bihar News : बिहार के डीजीपी विनय कुमार साइबर अपराधियों पर नकेल कसने की तैयारी में हैं। उन्होंने साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया है। उन्होंने फर्जी बैंक खातों की पहचान कर जल्द से जल्द कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। डीजीपी ने साइबर थाना प्रभारियों को मामले को गंभीरता से दर्ज करने, साइबर अपराधियों के तौर-तरीकों की सूची बनाने और साइबर जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया, ताकि साइबर अपराधों को रोका जा सके।

साइबर अपराध की खबरों को गंभीरता से लें: मंगलवार को डीजीपी की अध्यक्षता में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के सभाकक्ष में सभी साइबर थानों के पुलिस उपाधीक्षक सह थानाध्यक्ष के साथ समीक्षा बैठक हुई। इस बैठक में ईओयू के एडीजी नैयर हसनैन खान के साथ कई वरीय पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे।

डीजीपी ने साइबर थाना प्रभारियों को निर्देश दिया कि साइबर अपराध से संबंधित मामलों को हर हाल में गंभीरता से दर्ज करें। साइबर अपराधियों के तौर-तरीकों की सूची बनाकर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। जिन संदिग्ध बैंक खातों में लगातार बड़ी मात्रा में पैसों का लेन-देन हो रहा है, उनका सत्यापन कर कार्रवाई की जाए।


हर स्तर पर मामले की जांच के निर्देश: डीजीपी ने कहा कि साइबर मामलों की जांच में तेजी लाई जाए और लंबित मामलों का बोझ कम किया जाए। साइबर जागरूकता अभियान नियमित रूप से चलाए जाएं। डिजिटल गिरफ्तारी, चारधाम यात्रा में बुकिंग के नाम पर साइबर ठगी की प्रवृत्ति जैसे अन्य सभी साइबर अपराधों में कार्रवाई की जाए और ऐसे अपराधों को रोका जाए। थाने पर साइबर अपराध की हर सूचना पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

समीक्षा बैठक में डीजीपी और एडीजी ने निर्देश दिए कि एनसीआरपी पोर्टल पर दर्ज शिकायतों की तुलना में साइबर थानों में मौके पर प्राप्त आवेदनों पर दर्ज एफआईआर की जांच की जाए। साइबर थानों के कार्यों की गुणवत्ता में सुधार के लिए वरिष्ठ अधिकारी नियमित रूप से निरीक्षण करें।
