Bihar News : केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बिहार के लिए दो नई रेल परियोजना का ऐलान किया। लहेरियासराय-सहरसा 110 किलोमीटर और लहेरियासराय-मुजफ्फरपुर 67 किलोमीटर इसके साथ ही जबकि दरभंगा में बन रहे एम्स के पास एम्स स्टेशन का निर्माण होगा। इसके अलावा उन्होंने जगह-जगह लाइट ओवर ब्रिज बनाने का निर्देश जारी किया है। ताकि बढ़ रही जनसंख्या के बीच लोगों को आवागमन में परेशानी नहीं हो।

इसके अलावे रेल मंत्री ने राज्य को जल्द ही तीन महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं की मंजूरी दी जाएगी। इनमें 1,156 करोड़ रुपये की लागत से 53 किलोमीटर लंबी भागलपुर-जमालपुर तीसरी रेल लाइन, 2,017 करोड़ रुपये की लागत से 104 किलोमीटर लंबा बख्तियारपुर-राजगीर-तिलैया दोहरीकरण प्रोजेक्ट और 3,000 करोड़ रुपये की लागत से 177 किलोमीटर लंबा रामपुर हाट-भागलपुर दोहरीकरण प्रोजेक्ट शामिल है। इन तीनों परियोजनाओं पर कुल मिलाकर 6,173 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।

इस दौरान रेल मंत्री ने बिहार के लिए 5 नई ट्रेनों का भी ऐलान किया। इन ट्रेनों में चार अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन शामिल हैं। उन्होंने पटना और दिल्ली के बीच चलने वाले अमृत भारत एक्सप्रेस को प्रतिदिन चलाने का ऐलान किया। ताकि यात्रियों को तेज और आरामदायक सफर मिल सके। वहीं दरभंगा-लखनऊ और मालदा टाउन-लखनऊ के बीच एक-एक साप्ताहिक अमृत भारत ट्रेन भी चलाने की घोषणा की। इसके अलावे रेलमंत्री ने सहरसा-अमृतसर और जोगबनी-तमिलनाडु के बीच भी नई अमृत भारत ट्रेनें शुरू करने का ऐलान किया, इससे उत्तर और दक्षिण भारत के बीच बेहतर रेल संपर्क स्थापित होगा।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेलवे लगातार प्रगति की ओर बढ़ रहा है। माल यातायात में रेलवे की हिस्सेदारी 20 प्रतिशत से बढ़कर 29 प्रतिशत हो गई है और अब इसे 35 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है। बीते 11 वर्षों में भारतीय रेलवे में 35,000 किलोमीटर से अधिक नए रेल ट्रैक का निर्माण किया है।
रेल मंत्री ने यह भी घोषणा की कि बिहार में जल्द ही दो सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) का उद्घाटन किया जाएगा। इनमें पाटलिपुत्र में 53 करोड़ रुपये की लागत से और दरभंगा में 10 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित एसटीपीआई शामिल हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय रेलवे देश के समग्र विकास में बड़ी भूमिका निभा रहा है।
रेल मंत्री कहा कि अब रेल ओवरब्रिज का निर्माण केंद्र सरकार द्वारा ही किया जाएगा। इसके साथ उन्होंने कहा कि रेलवे में भर्ती प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और समयबद्ध बनाने के लिए वार्षिक परीक्षा कैलेंडर तैयार किया गया है, जिसे और अधिक बेहतर बनाने की दिशा में काम हो रहा है। रेल मंत्री सोमवार को यहां पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
बता दें कि रेल मंत्री ने सबसे पहले कर्पूरीग्राम स्टेशन पहुंचकर दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास किया। कर्पूरीग्राम से विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण करते हुए रेल मंत्री समस्तीपुर स्टेशन पहुंचे, जहां उन्होंने यात्री सुविधाओं का निरीक्षण किया और यात्रियों से बातचीत कर फीडबैक लिया। इसके पूर्व रेलमंत्री गोकुल कर्पूरी फुलेश्वरी महाविद्यालय भी गए। वहां उन्होंने जननायक की मूर्ति पर माल्यार्पण किया।
इसके बाद उन्होंने समस्तीपुर मंडल के उन्नत कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया और ट्रेनों के संरक्षित एवं सुचारू परिचालन को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने रेल अधिकारीयों को सघन आबादी वाले क्षेत्रों में जहां रेल ओवरब्रिज बनाना संभव नहीं है, वहां लाइट आरओबी का निर्माण कराने का निर्देश दिया।


