Bihar Electricity : बिहार के ट्रांसफॉर्मरों की क्षमता का लोड (भार) आकलन होगा। बिजली की वजह से आग लगने की घटना को रोकने के लिए कंपनी ने विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं। शनिवार को ऊर्जा सचिव सह कंपनी के सीएमडी पंकज कुमार पाल ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में साऊथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक महेन्द्र कुमार भी मौजूद थे।

कंपनी की ओर से दी गई आधिकारिक जानकारी के अनुसार ट्रांसफॉर्मरों के भार आकलन के बाद आवश्यकतानुसार अधिक क्षमता के ट्रांसफॉर्मर लगाए जाएंगे। शॉर्ट सर्किट के मामलों में न्यूनीकरण एवं रोकथाम हेतु अभियान चलाया जाएगा। ढीले तारों को दुरुस्त करने, बिजली एवं उपकरणों से होने वाली अगलगी की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान चलाने और अवैध कनेक्शन व टोका आदि की रोकथाम के लिए अभियान चलाया जाएगा।

अस्पतालों एवं अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों में विद्युत मॉक ड्रिल एवं ऑडिट करायी जाएगी। एसी को न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस पर चलाने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। खेतों में लगे ट्रांसफॉर्मरों के आसपास की फसलों को प्राथमिकता के आधार पर कटवाने की अपील की गई है। कंपनी ने अधिकारियों को कहा है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में बिजली के कारण होने वाली अगलगी को न्यूनतम करने के लिए दिए गए निर्देशों का सख्ती से पालन करें।

ढीले तारों को लेकर यदि किसी को कोई खतरा दिखाई दे तो इसकी जानकारी तुरंत अपने क्षेत्र के संबंधित कार्यालय को दें। उपभोक्ताओं से अपील की गई है कि वे बिजली का सुरक्षित उपयोग सुनिश्चित करें। विद्युत उपकरण जलने या चिंगारी देने की स्थिति में तुरंत मुख्य स्विच बंद करें और प्रशिक्षित बिजली मिस्त्री की सहायता लें।


बिजली के खंभों, ट्रांसफॉर्मरों या तारों के आसपास अनावश्यक रूप से न जाएं और बच्चों को भी इससे दूर रखें। अपने घर में ओवरलोडिंग से बचें और अधिकतम बिजली उपकरणों को एक ही शॉकेट में न चलाएं। समय-समय पर अपने घरेलू वायरिंग की जांच कराएं और पुराने या क्षतिग्रस्त तारों को बदलवाएं। अगलगी से फसलों को होने वाले क्षति के रोकथाम हेतु जरूरी है कि किसान बिजली के तारों के नीचे फसलों का काट एकत्रित नहीं करें। थ्रेसर एवं ट्रैक्टर से निकलने वाली चिंगारी पर नजर रखें तथा पर्याप्त मात्रा में अग्निशमन हेतु पानी, बालू आदि की व्यवस्था रखें। एसी एवं कूलर का उपयोग करने से पहले उनकी सफाई व मेंटेनेंस सुनिश्चित करने के साथ ही घर में उपयोग हो रहे प्लग, स्विच, वायरिंग व अर्थिंग की भी जांच करने की अपील की गई है।


