समस्तीपुर में रविवार को होम्योपैथिक डॉक्टरों का शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन किया गया। होम्योपैथिक मेडिकल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के बैनर तले हुए इस सम्मेलन की अध्यक्षता डॉ. एके गुप्ता ने की। इस कार्यक्रम की शुरुआत अध्यक्ष डॉ. ए के गुप्ता के अलावा कोषाध्यक्ष डॉक्टर ए के झा, सचिव डॉक्टर बी के सिंह उपाध्यक्ष डॉ. प्रमोद गिरी ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर की। धन्यवाद ज्ञापन संगठन के सचिव डॉ बीके सिंह ने किया।

इस शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए डॉ. ए के गुप्ता ने कहा कि सरकार ने होम्योपैथिक चिकित्सकों की बहाली तो कर दी है, लेकिन उनका इस्तेमाल अंग्रेजी चिकित्सकों की तरह किया जा रहा है। सरकार आज तक होम्योपैथिक दवाओं की समुचित आपूर्ति नहीं कर पाई है, जिससे होम्योपैथिक चिकित्सक ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।

उपाध्यक्ष डॉ. प्रमोद गिरी ने कहा कि सरकार लगातार होम्योपैथिक चिकित्सकों की उपेक्षा कर रही है। सरकार 10 अप्रैल को हैनीमैन जयंती मनाती थी। जिसके कारण संस्था द्वारा कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया। आज जिले भर से होम्योपैथिक चिकित्सक सम्मेलन में जुटे हैं और लोगों से अपनी मांगों और अधिकारों के लिए एकजुट होने का आह्वान किया गया है।

उन्होंने कहा कि होम्योपैथिक चिकित्सकों के लिए बहुत कम रिक्तियां हैं और यदि कोई रिक्तियां निकलती भी हैं तो उसे रद्द कर दिया जाता है। कुछ अस्पतालों में होम्योपैथिक चिकित्सकों की बहाली हुई है लेकिन उनका इस्तेमाल अंग्रेजी चिकित्सकों के रूप में किया जा रहा है।


इस दौरान वक्ताओं ने सरकार पर होम्योपैथिक चिकित्सकों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया और होम्योपैथिक चिकित्सकों से एकजुट होने का आह्वान किया, ताकि सरकार के समक्ष अपनी मांगों को उठाकर आंदोलन शुरू किया जा सके। इस अवसर पर डॉ. नील कमल, डॉ. मीरा कुमारी, डॉ. सीमा कुमारी, डॉ. अविनाश कुमार, डॉ. सुनील कुमार भारती, डॉ. अशर्फी सिंह, डॉ. शैलेश कुमार, डॉ. बीके चौहान, डॉ. सरवन शाह, डॉ. शिव रत्न, डॉ. राजकुमार आदि सहित जिले भर से बड़ी संख्या में होम्योपैथिक चिकित्सकों ने सम्मेलन में भाग लिया और एकता का परिचय दिया।


