टीबी जैसी गंभीर बीमारी के खिलाफ समस्तीपुर जिले को हाल ही में दो पोर्टेबल एक्स-रे मशीनें प्रदान की गई हैं, जो इस अभियान को तेज करने में सहायक होंगी। आधुनिक तकनीक और सामुदायिक भागीदारी के साथ, इस अभियान का लक्ष्य 2025 तक जिले को टीबी मुक्त बनाना है।
जिले में टीबी उन्मूलन अभियान के तहत पोर्टेबल एक्स-रे मशीनें उपलब्ध होने से स्क्रीनिंग प्रक्रिया को आसान और तेज बनाया गया है। जिला टीबी अधिकारी डॉ. विशाल कुमार ने बताया कि सौ दिनों तक चलने वाले इस अभियान में अब तक 8499 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। इनमें 785 लोगों में टीबी की हिस्ट्री पाई गई है।
खास बात यह है कि इस अभियान के तहत उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जा रही है। 9 दिसंबर 2024 से शुरू हुए इस अभियान में हर दिन भेद्य लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। दिसंबर के अंत तक 27 दिनों में किए गए स्क्रीनिंग आंकड़े बताते हैं कि अलग-अलग दिनों में हिस्ट्री वाले मामलों की संख्या में उतार-चढ़ाव देखा गया है। 23 दिसंबर को सबसे ज्यादा 96 टीबी मामलों की हिस्ट्री दर्ज की गई, जबकि कुछ दिनों में यह संख्या काफी कम रही।
इसके साथ ही, पोषण योजना के माध्यम से टीबी रोगियों को जरूरी आहार सहायता भी दी जा रही है। यह कदम उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार साबित हो रहा है। टीबी मुक्त भारत अभियान में जनभागीदारी पर जोर दिया गया है, जिसमें स्वास्थ्य कर्मियों, प्रशासन और स्थानीय लोगों का योगदान शामिल है।