समस्तीपुर मंडल ने इस वित्तीय वर्ष में मक्का लदान में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। मंडल ने अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए अपने वार्षिक लक्ष्य से अधिक मक्का की ढुलाई की है, जिससे न केवल व्यापारियों को लाभ हुआ है बल्कि रेलवे को भी भारी राजस्व प्राप्त हुआ है।
समस्तीपुर मंडल ने इस वर्ष मक्के के 208 रैक लोड किए हैं, जो पिछले पांच वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ते हुए अपने वित्तीय लक्ष्य 200 रैक से अधिक है। अब तक कुल 52 लाख 49 हजार टन से ज्यादा मक्का लदान हो चुका है, जिससे मंडल को 109 करोड़ 35 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। मंडल ने इस उपलब्धि को वित्तीय वर्ष की पहली छमाही में ही हासिल कर लिया है और वर्ष के अंत तक 220 रैक लदान करने की उम्मीद है।
मंडल के सहरसा पॉइंट से भी अब तक 17 रैक लोड किए जा चुके हैं, और यह अनुमान है कि वित्तीय वर्ष के अंत तक वहां से दो और रैक लोड होंगे। इस वर्ष, समस्तीपुर मंडल ने मक्का, गेहूं, बॉक्साइट और मिनरल ऑयल जैसे माल की ढुलाई में वृद्धि दर्ज की है।
पिछले वर्ष की तुलना में, मक्का लदान में 50.94 प्रतिशत, गेहूं में 110 प्रतिशत, बॉक्साइट में 11.72 प्रतिशत, और मिनरल ऑयल में 62.63 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। विशेषकर मक्का लदान की सफलता मंडल के अधिकारियों और व्यापारियों के बेहतर समन्वय का नतीजा है। डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने बताया कि इस अभूतपूर्व सफलता के लिए मंडल की पूरी टीम और मक्का व्यापारियों का आभार व्यक्त किया जाना चाहिए।