समस्तीपुर के 12 पत्थर स्थित शिवकली दुर्गा पूजा समिति हर साल दुर्गा पूजा को विशेष बनाने के लिए अनूठी पहल करती है। इस बार, समिति ने सऊदी अरब के अबू धाबी स्थित प्रसिद्ध हिंदू मंदिर की तर्ज पर पूजा पंडाल का निर्माण करवाया है। यह पंडाल अपनी अद्वितीयता और भव्यता के कारण लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बनने वाला है। शिवकली दुर्गा पूजा समिति ने इस वर्ष अपने पंडाल को बेहद भव्य रूप देने के लिए कोलकाता के अनुभवी कलाकारों की टीम की मदद ली है। यह टीम 20 सदस्यों की है, जिन्होंने 7 सितंबर से पंडाल का निर्माण कार्य शुरू किया था। यह कलाकार पंडाल निर्माण में माहिर हैं और अब तक कई भव्य पूजा पंडालों का निर्माण कर चुके हैं। इस बार का पंडाल अबू धाबी के प्रसिद्ध हिंदू मंदिर जैसा दिखेगा, जिससे स्थानीय लोगों के बीच विशेष आकर्षण रहेगा। पंडाल का निर्माण करीब 15 लाख रुपये की लागत से हो रहा है।
समिति के उपाध्यक्ष शिवानंद बम बम ने बताया कि इस पूजा का आयोजन 2001 से निरंतर हो रहा है। हर साल की तरह इस बार भी मिथिला पद्धति से माता दुर्गा की आराधना की जाएगी। पूजा कराने के लिए बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से पीएचडी कर चुके आचार्य ब्रजकिशोर झा और अवधेश झा आमंत्रित किए गए हैं। मूर्ति का निर्माण भी विशेष रूप से समस्तीपुर के कलाकारों द्वारा किया जा रहा है, जो पहले चेन्नई में मूर्तिकला के क्षेत्र में काम कर चुके हैं। मूर्ति निर्माण पर करीब 4 से 5 लाख रुपये की लागत आ रही है। चेन्नई के अनुभव के साथ ये कलाकार इस बार स्थानीय स्तर पर भी अपनी कला का बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए, पूजा समिति ने नगर पुलिस के सहयोग से विशेष इंतजाम किए हैं। पंडाल में अत्यधिक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए समिति के सदस्य और पुलिस के जवान तैनात रहेंगे। खास बात यह है कि इस पंडाल को कई वर्षों से “स्वच्छ पूजा पंडाल” का अवॉर्ड भी मिल चुका है, जो इसे और भी खास बनाता है।