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Chhath Puja Samastipur : समस्तीपुर बूढी गंडक के इन छठ घाटों पर लगी रोक, देखें लिस्ट!

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By Samastipur Today Desk

 


 

Chhath Puja Samastipur : समस्तीपुर बूढी गंडक के इन छठ घाटों पर लगी रोक, देखें लिस्ट!

 

आगामी छठ महापर्व को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर बूढी गंडक नदी के कई घाटों को असुरक्षित घोषित किया है। इन घाटों पर पूजा-अर्चना करने पर सख्त मनाही की गई है। जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे केवल सुरक्षित घाटों पर ही अर्घ्य दें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।

 

यातायात व जिला प्रशासन की टीम ने नदी के जलस्तर और घाटों की स्थिति का जायजा लेने के बाद यह निर्णय लिया है। समस्तीपुर शहरी क्षेत्र में जिन घाटों पर पूजा करने की मनाही है, उनमें खाटू श्याम मंदिर घाट, जितवारपुर यादव डीह, सहनी ढाला चकनूर, धर्मपुर कब्रिस्तान के सामने, पासवान घाट रहमतपुर, पार्षद ढाला, यादव घाट रहमतपुर, रामजानकी मंदिर ढाला रहमतपुर, बजरंगबी घाट रहमतपुर, श्रवण ढाला चकनूर, धोबीघाट चकनूर, धर्मपुर मदरसा के सामने, चीनी मील गंडल कॉलोनी व कैंपस के सामने, प्रसाद घाट, लक्ष्मी टॉकीज के सामने, मगरदही घाट, शिवसवन्नी घाट, रामजानकी घाट और बहादुरपुर पेट्रोल पंप घाट शामिल हैं। इसके अलावा पेठियागाछी, बहादुरपुर हनुमान मंदिर घाट, पासवान टोला घाट, दुर्गा मंदिर घाट, गोला बाजार पिपलेश्वर घाट, धर्मपुर घाट, मगरदहीघाट नीमगली, सिढ़ी घाट, चकनूर बूढी गंडक घाट, सिलौत, पोखरैड़ा, भूसारी, डएिया रामकृष्णपुर, सूरतपुर, छतौना, रसलपुर, मोरदीवा, हसनपुर जितवारपुर मोक्षधाम के आगे, दरियापुर, गोनहर नवादा, हकिमाबाद, जितवारपुर कोठी, पूनास, बाजितपुर, रानीटोल, मोरदीवा और रसलपुर घाटों को खतरनाक घोषित किया गया है।

रोसड़ा अनुमंडल में गोलाघाट, तपस्वी बाबा घाट, कल्लिक घाट, पंजियार टोली घाट, पीपड़ताती, बालू घाट, पत्थर घाट, ढाव घाट, पुल घाट, चौरघटिया, रामटोल, पछियारी टोला, सहियार, शिशवनी, रायजी घाट और रेलवे पुल मोइन पोखर घाट पर जाने से रोका गया है।

खानपुर में सिवैसिंगपुर, बेलसंडी, तृमोहारी, भरपुर, कचहरी, बुर्जुद्वार, अमरसिंह और माधोपुर घाट खतरनाक माने गए हैं। वहीं विभूतिपुर प्रखंड के चौरसिया, बोरिया, डेयोढी, गारा, बूढी गंडक सोनवारचक और मोहनपुर घाटों को भी असुरक्षित घोषित किया गया है।

प्रशासन ने कहा है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसलिए जोखिम वाले घाटों पर बैरिकेडिंग और निगरानी की व्यवस्था की जा रही है।