ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन (AILRSA) के बैनर तले मंगलवार को समस्तीपुर जंक्शन के डीजल लॉबी के सामने रनिंग कर्मचारियों ने जोरदार धरना प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व मंडल मंत्री दयाशंकर राय ने किया।

प्रदर्शनकारी केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में लाई गई यूपीएस (यूनिवर्सल पेंशन सिस्टम) का कड़ा विरोध करते हुए दिखाई दिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि कर्मचारी लंबे समय से नई पेंशन नीति का विरोध कर रहे हैं और पुरानी पेंशन नीति की बहाली की मांग कर रहे हैं। इसके बावजूद, सरकार ने कर्मचारियों की इस महत्वपूर्ण मांग को नजरअंदाज करते हुए यूपीएस लागू कर दिया, जिसे कर्मचारी धोखा मानते हैं। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से तुरंत इस फैसले को वापस लेने और पुरानी पेंशन नीति को बहाल करने की मांग की।

धरना स्थल पर उपस्थित लोगों ने यह भी बताया कि कार्य का निर्धारित समय आठ घंटे है, लेकिन रनिंग कर्मचारियों से बारह-बारह घंटे तक काम लिया जा रहा है। उन्हें उचित विश्राम का समय भी नहीं मिलता और जल्द ही उन्हें फिर से ड्यूटी पर भेज दिया जाता है। धरने में कॉमरेड श्याम नंदन शर्मा, मनोज कुमार, पवन कुमार पप्पू सहित कई अन्य प्रमुख कर्मचारी शामिल हुए।


समस्तीपुर लॉबी के पैसेंजर लिंक में दिए जाने वाले विश्राम के बारे में भी चर्चा हुई, जहां कर्मियों को रातभर विश्राम का समय नहीं मिल पाता। इसके अलावा, सभी लोको पायलट और सहायक लोको पायलट के सभी सेक्शनों का लॉबी रन (LR) सुनिश्चित करने की मांग की गई।

धरने में यह भी मांग उठाई गई कि लोको पायलट (माल) से एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेन के काम को वरिष्ठता के आधार पर कराया जाए। इसके साथ ही, एक्सप्रेस ट्रेनों में पहले पैसेंजर लोको पायलट से काम लिया जाए और आवश्यकता पड़ने पर ही मालगाड़ी के पायलट से काम करवाया जाए।
रेलवे बोर्ड के पत्रांक संख्या 2023/Elect (TRS)/225/6 (Running Staff Policy) के अनुसार 30 घंटे की आवधिक विश्राम को प्राथमिकता देने की भी मांग की गई। ट्रेन संख्या-05593, जयनगर जाने वाली ट्रेन के लिंक रेस्ट में उचित विश्राम न मिलने पर उसे एक्सप्रेस लिंक में डालने की बात भी कही गई।
लंबित म्यूचुअल ट्रांसफर और लॉबी से लॉबी ट्रांसफर को प्राथमिकता के आधार पर निष्पादन की भी मांग की गई। इसके अलावा, MEMU और डीजल लोको का ट्रेनिंग ड्यू हो चुके या होने वाले कर्मियों का रिफ्रेशर कोर्स नियमित कराने पर जोर दिया गया।