बिहार के कई जिलों में ट्रांसफर-पोस्टिंग के नाम पर शिक्षकों से ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय है। बिहार सरकार द्वारा बीपीएससी के दोनों चरण में बहाल हुए शिक्षकों की पोस्टिंग केवल ग्रामीण क्षेत्रों में की गई है। अधिकांश शिक्षक बाहर के हैं और वे शहरी क्षेत्र के विद्यालयों में आना चाहते हैं। इस स्थिति का फायदा उठाते हुए ठगों का एक गिरोह सक्रिय हो गया है, जो शहरी क्षेत्र में पोस्टिंग की चाहत रखने वाले शिक्षकों को निशाना बना रहा है।
भागलपुर में ठगी की घटनाएं:
भागलपुर जिले में अब तक दो शिक्षिकाओं से क्रमशः 25,000 और 20,000 रुपये ठगे जा चुके हैं। इनमें से एक शिक्षिका भागलपुर जिले के गोराडीह प्रखंड के उच्च माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत हैं, जबकि दूसरी शाहकुंड प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत हैं। दोनों शिक्षिकाओं ने नाम नहीं छापने की शर्त पर पत्रकारों को बताया कि ठगी की घटनाएं 16 मई को जिला शिक्षा विभाग कार्यालय के बाहर हुई थीं। पटना के शिक्षा विभाग के कर्मी के नाम पर ऑनलाइन पैसा लिया गया था।
ठगों की रणनीति:
शिक्षिकाओं ने बताया कि उनकी मुलाकात जिला शिक्षा कार्यालय के बाहर एक चाय की दुकान पर दलाल के रूप में ठग से हुई थी। मनचाही जगह पर पोस्टिंग के लिए डेढ़ लाख रुपये देने की बात थी। पहली किस्त में राशि लेने के बाद से ठग का नंबर बंद हो गया और वह शिक्षा विभाग कार्यालय के आसपास भी नहीं दिख रहा है।
शिक्षा विभाग की चेतावनी:
बिहार में शिक्षा विभाग द्वारा राज्य स्तर पर जारी निर्देश के अनुसार, वर्तमान में किसी भी प्रकार के ट्रांसफर-पोस्टिंग पर रोक लगी हुई है। सक्षमता परीक्षा पास नियोजित शिक्षकों को विद्यालयों का आवंटन राज्य स्तर पर शिक्षा विभाग द्वारा किया जाएगा। डीईओ राजकिशोर शर्मा ने बताया कि सक्षमता परीक्षा की पोस्टिंग साफ्टवेयर के माध्यम से की जानी है और इसमें किसी भी व्यक्ति का दावा करना कि वह मनचाही पोस्टिंग दिला सकता है, सरासर गलत है।
शिक्षकों को सलाह:
शिक्षकों और शिक्षिकाओं को ऐसे दलालों और साइबर फ्रॉड से सावधान रहने की सलाह दी गई है। यदि कोई व्यक्ति मनचाही पोस्टिंग दिलाने का दावा करता है, तो उसे तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित करें।
इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए शिक्षा विभाग ने सख्त निगरानी और चेतावनी जारी की है। शिक्षकों को सुझाव दिया जाता है कि वे किसी भी प्रकार की पोस्टिंग या ट्रांसफर के लिए आधिकारिक प्रक्रियाओं का पालन करें और किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति के संपर्क में न आएं।