राज्य के सरकारी अस्पतालों में अब भी लगभग 45 फीसदी डॉक्टर कम हैं। इससे सरकारी अस्पतालों में मरीजों के इलाज में परेशानी हो रही है। नियुक्ति के बाद भी राज्य में औसतन हर साल 100 से 150 चिकित्सक नौकरी छोड़ रहे हैं। खास कर विशेषज्ञ चिकित्सकों की सबसे अधिक कमी है।
राज्य में जिला, अनुमंडल, मेडिकल कॉलेज अस्पताल से लेकर विभिन्न स्तर के सरकारी अस्पतालों में स्थायी डॉक्टर के 12895 पद स्वीकृत हैं। इनमें 7144 डॉक्टर कार्यरत हैं। यानी स्थायी पद वाले डॉक्टरों में 5751 रिक्त हैं। संविदा वाले डॉक्टर के 4751 पद स्वीकृत हैं। इनमें 2720 कार्यरत हैं। यानी संविदा वाले डॉक्टरों के भी 2031 पद रिक्त हैं।
अब नई नियमावली के आधार पर होगी बहाली राज्य में चिकित्सकों की बहाली नई नियमावली के आधार पर होगी। स्वास्थ्य विभाग ने नियमावली का प्रारूप तैयार कर लिया है। जल्द ही कैबिनेट से स्वीकृति मिलने की संभावना है। नई नियमावली के अनुसार चिकित्सकों की बहाली में लिखित परीक्षा के आधार पर होगी। लिखित परीक्षा के लिए 75 फीसदी अंक निर्धारित हैं। 25 फीसदी अंक कार्य अनुभव के आधार पर दिये जाएंगे। पहले साक्षात्कार से ही नियुक्ति होती थी।