मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क उन्नयन योजना के तहत मधुबनी जिले में 345 करोड़ रुपये की लागत से 441.722 किलोमीटर लंबी 229 ग्रामीण सड़कों का निर्माण होगा। यह योजना ग्रामीण आबादी को मुख्य सड़कों से जोड़ेगी और आवागमन को सुगम बनाएगी। इससे खेती-किसानी व्यापार और छात्रों को स्कूल-कॉलेज पहुंचने में सुविधा होगी। स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।

मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क उन्नयन योजना अंतर्गत ग्रामीण कार्य विभाग, मधुबनी डिवीजन द्वारा जिले में ग्रामीण सड़कों के विकास को लेकर बड़ी पहल की गई है। इस योजना के तहत मधुबनी डिविजन में कुल 229 ग्रामीण सड़कों की निविदा प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है, जिसके अंतर्गत कुल 441.722 किलोमीटर लंबाई की सड़कों का निर्माण किया जाएगा।

इस कार्य पर सरकार द्वारा लगभग 345 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। यह योजना राज्य सरकार की उन प्राथमिकताओं में से एक है, जिसके अंतर्गत ग्रामीण आबादी को मुख्य सड़कों, बाजारों, शैक्षणिक संस्थानों और स्वास्थ्य केंद्रों से जोड़ने के लिए पक्की सड़कों का निर्माण कराया जा रहा है। यह परियोजना न केवल आवागमन को सुगम बनाएगी, बल्कि ग्रामीण जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार लाएगी।

इन सड़कों के निर्माण से हजारों ग्रामीणों को सीधा लाभ मिलेगा। कई गांवों में वर्षों से सड़क की सुविधा नहीं थी या सड़कों की स्थिति जर्जर थी, जिससे बरसात के मौसम में आवाजाही पूरी तरह बाधित हो जाती थी। इन नए निर्माण कार्यों के बाद उन क्षेत्रों में आवागमन के साथ-साथ खेती-किसानी, व्यापार और छात्र-छात्राओं के स्कूल-कॉलेज पहुंचने में भी काफी सुविधा होगी। इसके साथ ही मधुबनी, अंधराठाढ़ी, बासोपट्टी, बेनीपट्टी, झंझारपुर, लदनियां, फुलपरास, लौकही सहित अन्य प्रखंडों में भी अनेक योजनाओं को स्वीकृति दी गई है।

विभिन्न प्रखंडों में होने वाले निर्माण कार्य का विवरण
कलुआही प्रखंड – 10 सड़कों का निर्माण
खजौली प्रखंड – 41 सड़कों का निर्माण
पंडौल प्रखंड – 65 सड़कों का निर्माण
रहिका प्रखंड – 26 सड़कों का निर्माण
राजनगर प्रखंड – 87 सड़कों का निर्माण

रोजगार और आर्थिक गतिविधियों को मिलेगा बढ़ावा इन सड़कों के निर्माण से जहां एक ओर स्थानीय श्रमिकों को रोजगार मिलेगा, वहीं दूसरी ओर निर्माण के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में बाजार, कृषि उत्पादों की ढुलाई, स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच, और अन्य आर्थिक गतिविधियों को गति मिलेगी।
यह पहल न केवल भौतिक विकास का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक-आर्थिक उन्नयन की दिशा में भी एक मजबूत कदम है। राजनगर के दीपक राम ने बताया कि रांटी से राजनगर जाने वाली सड़क कई सालों से जर्जर थी जिस कारण काफी परेशानी हो रही थी। इस सड़क के बनने से अवागमन बढ़ेगी जिससे रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।

सभी कार्य निर्धारित मानकों और समय सीमा के भीतर पूरे करने का लक्ष्य रखा गया है। गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा और निगरानी के लिए विभागीय टीम को सक्रिय किया गया है। तय मानकों के अनुरूप ही निर्माण कार्य कराए जाएंगे और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विभागीय अभियंताओं और अधिकारियों को लगातार साइट निरीक्षण का निर्देश भी दिया गया है। – मनीष कुमार, कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग

