बिहार में प्राथमिक कृषि साख समिति (पैक्स) चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। राज्य निर्वाचन प्राधिकार ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है, जिससे राज्य के किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। पैक्स चुनाव का यह दौर ग्रामीण विकास और किसानों की समस्याओं को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
बिहार राज्य निर्वाचन प्राधिकार ने रविवार को घोषणा की कि पैक्स चुनाव 26 नवंबर से शुरू होकर 3 दिसंबर तक पांच चरणों में संपन्न होंगे। कुल 6422 पैक्स समितियों में चुनाव कराए जाएंगे। मतदान का समय सुबह 7 बजे से शुरू होगा और अपराह्न 4:30 बजे तक चलेगा, जबकि उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में यह समय अपराह्न 3 बजे तक सीमित रहेगा।
मतगणना मतदान के दिन या उसके अगले दिन होगी, जिससे चुनाव परिणाम शीघ्र ही घोषित किए जा सकेंगे। राज्य के 17 जिलों में चुनाव पांच चरणों में होंगे, जिनमें सीवान और सारण जैसे प्रमुख जिले शामिल हैं। इसके अलावा, 11 जिलों में चार चरण, पांच जिलों में तीन चरण, और शेष पांच जिलों में दो चरणों में चुनाव कराए जाएंगे।
प्रथम चरण में 1608 पैक्स, दूसरे चरण में 740, तीसरे चरण में 1659, चौथे चरण में 1137, और पांचवें चरण में 1278 पैक्स समितियों में चुनाव होंगे। नामांकन की प्रक्रिया भी चरणबद्ध तरीके से तय की गई है, जिसमें पहले चरण के लिए 11 से 13 नवंबर, दूसरे के लिए 13 से 16 नवंबर, तीसरे के लिए 16 से 18 नवंबर, चौथे के लिए 17 से 18 नवंबर, और पांचवें के लिए 19 से 21 नवंबर के बीच नामांकन पत्र जमा किए जा सकते हैं।