दिवाली का पर्व हर किसी के जीवन में रौशनी और उमंग लेकर आता है, और इसी संदेश को लेकर समस्तीपुर की सामाजिक संस्था ‘द उम्मीद’ ने इस बार एक अनोखे अंदाज में इस त्योहार को मनाया। संस्था ने माल गोदाम चौक स्थित स्लम बस्ती में ‘द उम्मीद पाठशाला’ के बच्चों के बीच दिवाली किट का वितरण किया और रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन कर बच्चों के चेहरे पर मुस्कान बिखेरी।
समस्तीपुर के राष्ट्रीय सेवा योजना और एनसीसी के कैडेट्स के सहयोग से संचालित संस्था ‘द उम्मीद’ ने इस दिवाली जरूरतमंद बच्चों के बीच खुशियों की सौगात बाँटी। संस्था के गर्ल्स विंग के नेतृत्व में बच्चों को दिवाली किट प्रदान की गई, जिसमें मिठाइयाँ, दीये और पटाखे शामिल थे। इस अवसर पर संस्था के मेडिकल कोर अध्यक्ष डॉ. सौमेंदु मुखर्जी ने बच्चों को दिवाली के महत्व और इस पर्व के सांस्कृतिक संदेश के बारे में बताया। उन्होंने कहा, “दिवाली का पर्व प्रेम, सद्भावना और भाईचारे का प्रतीक है, इसे समाज के सभी वर्गों को मिलकर मनाना चाहिए।”
संस्था द्वारा आयोजित रंगोली प्रतियोगिता में बच्चों ने अपने कला कौशल का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता में चंदा ने पहला स्थान प्राप्त किया, जबकि कंचन और राधा को दूसरे और तीसरे स्थान से नवाजा गया। यूथ मोटिवेटर कुंदन कुमार राय ने प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया। आयोजन में मुख्य सहयोगियों के रूप में सनी और राहुल कुमार का महत्वपूर्ण योगदान रहा, जिन्होंने बच्चों के लिए सामग्री उपलब्ध करवाई।
‘द उम्मीद’ के सदस्य अमरजीत कुमार ने बताया कि यह संस्था पिछले कई वर्षों से समाज के जरूरतमंद लोगों के बीच त्योहारों की खुशियाँ बाँटती आ रही है। उन्होंने कहा, “हर त्योहार को वंचित बच्चों के साथ मनाना हमारी संस्था का उद्देश्य है ताकि इन बच्चों को भी त्योहार की खुशियों का अहसास हो सके।” इस अवसर पर संस्था के अन्य सदस्य आदेश, नवनीत, नीरव, सुमन, अभिषेक और सुमित भी मौजूद थे जिन्होंने आयोजन को सफल बनाने में सहयोग किया।