समस्तीपुर जिले के गांवों में अब कच्चे रास्तों और कीचड़ भरी गलियों की जगह चिकनी पक्की सड़कों ने ले ली है। मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत यह परिवर्तन ग्रामीण जीवन को सरल और आधुनिक बना रहा है। यह योजना न केवल परिवहन को सुगम बना रही है, बल्कि ग्रामीण विकास को भी गति दे रही है।
मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत समस्तीपुर जिले में विभिन्न वित्तीय वर्षों के दौरान सैकड़ों सड़कें बनाई गई हैं। वर्ष 2006 से शुरू होकर यह योजना हर वर्ष नई सड़कों का निर्माण कर रही है। आरडब्ल्यूडी वर्क डिवीजन, समस्तीपुर की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2013 से 2020 तक अधिकांश सड़कों का निर्माण पूरा हो चुका है।
योजनाओं का लेखा-जोखा
- मुख्यमंत्री ग्राम सड़क सामान्य योजना:
- 2013-14 की 19 सड़कों का निर्माण पूरा।
- 2014-15 में चयनित 46 सड़कों का कार्य समाप्त।
- 2020-21 में 20 में से 18 सड़कों का निर्माण पूरा, जबकि एक प्रगति पर है।
- अनुसूचित जाति योजना:
- 2014-15 में चयनित 27 सड़कों में से 25 तैयार।
- 2017-18 में 54 में से 48 सड़कों का निर्माण पूरा।
- एनडीबी ब्रिक्स योजना:
- 2018-19 में चयनित 15 सड़कों में से 13 बन चुकी हैं।
इस योजना के तहत अब तक कई सड़कें टेंडर प्रक्रिया में हैं या ड्रॉप हो चुकी हैं। हालांकि, अधिकांश योजनाओं के तहत सड़क निर्माण सफलतापूर्वक पूरा किया गया है।
ग्रामीणों के जीवन पर प्रभाव
गांवों में पक्की सड़कों के निर्माण से यातायात सुविधाजनक हो गया है। ग्रामीणों को अब बारिश के मौसम में कीचड़ भरे रास्तों से नहीं गुजरना पड़ता। व्यापार और शिक्षा के लिए आवाजाही आसान हो गई है। स्थानीय निवासी इस परिवर्तन को विकास की दिशा में एक बड़ा कदम मानते हैं।