भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए लगातार सुधार कर रही है। स्वच्छता और सेवा की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए, रेलवे ने लिनन सेवा में कई बदलाव किए हैं। अब आरएसी यात्रियों को भी सफर के दौरान बेहतर और स्वच्छ लिनन उपलब्ध कराया जा रहा है। यह कदम रेलवे के सफर को और अधिक आरामदायक और सुरक्षित बनाने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
भारतीय रेलवे प्रतिदिन छह लाख से अधिक लिनन सेट उपलब्ध कराती है, जिसमें दो बेडशीट, एक तकिया, एक तकिए का कवर, एक तौलिया और एक कंबल शामिल होता है। आरएसी श्रेणी के यात्रियों को पहले लिनन सेट की पूरी सुविधा नहीं मिलती थी, लेकिन अब उन्हें भी अन्य यात्रियों की तरह पूरा सेट प्रदान किया जा रहा है।
रेलवे ने लिनन की गुणवत्ता में सुधार के लिए भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के उच्च मानकों के अनुसार सामग्री की खरीद शुरू की है। इसके अलावा, सभी जोनल रेलवे में अत्याधुनिक मैकेनाइज्ड लॉन्ड्री की स्थापना की गई है। इन लॉन्ड्रियों में ब्रांडेड रसायनों और मानक मशीनों का उपयोग कर लिनन को साफ किया जाता है, जिससे प्रत्येक बार यात्रियों को पूरी तरह स्वच्छ लिनन मिले। सफाई की प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
पूर्व मध्य रेलवे के तहत दानापुर, बरौनी, समस्तीपुर, सहरसा, और दरभंगा जैसे प्रमुख स्थानों पर उच्च क्षमता वाली मैकेनाइज्ड लॉन्ड्री शुरू की गई है। इनमें दानापुर में 8 टन प्रतिदिन, बरौनी में 6 टन प्रतिदिन, और समस्तीपुर, सहरसा में 2-2 टन प्रतिदिन की क्षमता है। इसके अलावा, रक्सौल और जयनगर में 2 टन प्रतिदिन क्षमता की नई लॉन्ड्रियों पर काम जारी है।