समस्तीपुर में रबी फसल की तैयारी जोरों पर है, लेकिन खाद की कालाबाजारी ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन ने किसानों को सही समय पर और उचित कीमत पर उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए सख्त कदम उठाए हैं।
जिला प्रशासन ने खाद की कालाबाजारी पर रोक लगाने और किसानों की समस्याओं को हल करने के लिए कृषि विभाग को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसके तहत पूरे जिले में 150 अधिकारियों की तैनाती की गई है। किसानों को उर्वरक उनके पंजीयन संख्या और आधार कार्ड के जरिए ही दिया जाएगा।
कृषि विभाग ने विक्रेताओं को निर्देश दिया है कि वे उर्वरक को केवल प्रिंट रेट पर ही बेचें और दुकानों के सूचना पट पर स्टॉक की जानकारी अनिवार्य रूप से चस्पा करें। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की शिकायत पर कार्रवाई तय की गई है, जिसमें विक्रेताओं का लाइसेंस निलंबन, रद्दीकरण और एफआईआर तक की प्रक्रिया शामिल है।
इसके अतिरिक्त, किसानों को सलाह दी गई है कि वे खाद की कालाबाजारी करने वाले दुकानदारों की ऑडियो या वीडियो सबूत विभाग को उपलब्ध कराएं, ताकि दोषियों पर कार्रवाई हो सके। बड़े किसानों को उनकी जरूरत के मुताबिक खाद उपलब्ध कराने के लिए प्रखंड कृषि पदाधिकारियों को सबूत के साथ आवेदन देना होगा। रबी सीजन के लिए 31 मार्च तक खाद वितरण का लक्ष्य रखा गया है। इस दौरान किसानों को उनकी फसलों के लिए पर्याप्त उर्वरक सुनिश्चित किया जाएगा।