समस्तीपुर जिले में ठंड ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान 6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 20.3 डिग्री रहा। घने कोहरे की वजह से विजिबिलिटी घटकर करीब 100 मीटर तक सिमट गई है। ऐसे में लोग सुबह–शाम सड़कों पर निकलने से बच रहे हैं, वहीं वाहन चालक हेडलाइट जलाकर सावधानीपूर्वक सफर करते दिख रहे हैं।
डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. अब्दुल सत्तार के अनुसार, उत्तर-पश्चिमी दिशा से आने वाली बर्फीली हवाओं के कारण ‘कोल्ड डे’ जैसी स्थिति बनी हुई है। उन्होंने बताया कि 28 दिसंबर तक मौसम में खास बदलाव की संभावना नहीं है। करीब 3 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बह रही पछुआ हवा लोगों को कंपकंपी महसूस करा रही है।

तेज ठंड का असर स्वास्थ्य पर भी दिखने लगा है। सदर अस्पताल में सर्दी–जुकाम और बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। गुरुवार को ओपीडी में 595 मरीजों ने इलाज कराया, जिनमें से 346 लोग सर्दी और खांसी से पीड़ित थे, जबकि लगभग 100 मरीज बुखार की शिकायत लेकर पहुंचे।
चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. नागमणि ने बताया कि बच्चों में ठंड लगने के मामले बढ़ रहे हैं। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि छोटे बच्चों को गर्म कपड़े पहनाकर रखें और उन्हें ठंडी हवा के संपर्क में आने से बचाएं।


