Bihar News बिहार के मुख्यमंत्री राजधानी पटना में बन रहे भूमिगत सब-वे का निरीक्षण करने शुक्रवार को अचानक से पटना जक्शन के पास पहुंच गए. करीब 69 करोड़ की लागत से बन रहे सब-वे का काम वर्ष 2024 तक पूरा होने की उम्मीद हैै. पटना स्टेशन के पास बनने वाले यह सब-वे दो खंडों में होगा.
रेलवे स्टेशन से मल्टी लेवल पार्किंग तक 340 मीटर का हिस्सा भूमिगत यानी अंडरग्राउंड होगा. यह जमीन से करीब साढ़े पांच मीटर नीचे होगा. जबकि सबवे का दूसरा हिस्सा 100 मीटर का होगा. जो मल्टीलेवल पार्किंग से जीपीओ के पास तक जाएगा. यह हिस्सा जमीन से ऊपर या समतल होगा. सब-वे में दो लेन होंगे जिसमें एक पैदल चलने के लिए होगा जबकि दूसरे में ट्रैवलेटर मशीन लगी होगी.
जिसमें एस्कलेटर के साथ ट्रैवलेटर दोनों की सुविधा होगी. इसकी सहायता से यात्री एक जगह खड़े होकर सब-वे का सफर पूरा कर सकेंगे. इसके निर्माण पर करीब 69 करोड़ की लागत आने की उम्मीद है. यह सब-वे का काम वर्ष 2024 तक पूरा होने की उम्मीद हैै.
पटना जंक्शन तक अंडरग्राउंड सब-वे का काम भी स्मार्ट सिटी के तहत तेजी से चल रहा है. मार्च तक इस योजना का काम पूरा होने की उम्मीद है. सब-वे की कुल लंबाई 440 मीटर है. इसमें करीब 320 मीटर का रास्ता सीधे जमीन के अंदर बने सुरंग से होते हुए जंक्शन के मुख्य भवन और महावीर मंदिर के दक्षिण की तरफ जाएगा. बाकी का हिस्सा जमीन के ऊपर होगा.
जानकारी के अनुसार सब-वे के निकास का प्वाइंट महावीर मंदिर और रेलवे इंजन के बीच होगा. अभी के डिजाइन के अनुसार निकास प्वाइंट की चौड़ाई 14 मीटर है. इतनी चौड़ाई होने के कारण इंजन को हटाने की जरूरत पड़ रही है. फिलहाल की स्थिति के अनुसार रेलवे की ओर से इंजन हटाने की तैयारी नहीं है. इसलिए यात्रियों को सुविधा देखते हुए निकास प्वाइंट की चौड़ाई कम करने के सुझाव पर काम किया जा रहा है.