बिहार राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के स्तर से ऑनलाइन मिलने वाली सभी सुविधाओं में अब चालान की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। योजनाओं का आवेदन कर सीधा लाभ प्राप्त करने के लिए सरकारी राशि जमा करने में सीधे ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा मिलेगी।
कोई भी व्यक्ति विभाग की वेबसाइट पर जाकर संबंधित योजना के लिए आवेदन करने के बाद तय शुल्क की राशि जमा करने के लिए दिए गए पेमेंट लिंक पर क्लिक करके इस पर सीधे कार्ड या यूपीआई या ऑनलाइन बैंकिंग सिस्टम जैसे अन्य तरीकों से पेमेंट कर सकते हैं। यह ठीक वैसे ही होगा, जैसा हम किसी ऑनलाइन वेबसाइट से किसी सामान की खरीदारी के दौरान करते हैं। फिलहाल इसकी शुरुआत नकल निकालने की व्यवस्था से होगी। विभाग की कोशिश है कि इस नई व्यवस्था को जनवरी से शुरू कर दी जाए।
जमीन का दस्तावेज, नक्शा समेत अन्य दस्तावेजों का नकल निकालने के लिए विभागीय वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन की व्यवस्था है। अभी इसके लिए चिरकूट या चालान कटवाकर जमा करना पड़ता है, परंतु जल्द ही इसके स्थान पर सीधे पेमेंट करने की व्यवस्था मिलेगी। नए वर्ष के शुरुआती महीने से इस नई प्रणाली के पूरी तरह से काम शुरू कर देने की संभावना है। फिलहाल विभाग के स्तर पर इसे बहाल करने से संबंधित कई पहलुओं पर अंतिम दौर का मंथन चल रहा है। सभी तरह के टेस्ट में पास होने के बाद इस नई व्यवस्था को पूरी तरह से लागू करने की घोषणा कर दी जाएगी।
चालान की व्यवस्था समाप्त करके सीधे ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा शुरू करने से योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आएगी। लोगों के आवेदन की प्रक्रिया बेहद सरल हो जाएगी और इसमें कम समय लगेगा। चालान की व्यवस्था बंद होने से बैंकों में इसे कटाने के लिए परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।