हसनपुर प्रखंड में डेंगू के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है, जहां अब तक कुल 53 डेंगू पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं। बुधवार तक यह संख्या 50 थी, जबकि गुरुवार को सीएचसी में 22 मरीजों की जांच की गई, जिसमें से 3 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई। हालांकि पिछले चार दिनों में नए डेंगू मरीजों की संख्या में थोड़ी गिरावट आई है, फिर भी प्रतिदिन औसतन तीन से चार मरीज पॉजिटिव पाए जा रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सतर्क है। जिन मरीजों का परीक्षण पॉजिटिव आ रहा है, उन्हें सीएचसी में उपचार दिया जा रहा है। गुरुवार तक 53 में से 40 से अधिक मरीजों का सफल इलाज कर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है, जबकि शेष मरीजों का इलाज सीएचसी के डेंगू वार्ड में जारी है। जिन मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है, उनकी निगरानी के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके घरों तक पहुंच रही है ताकि मरीज तेजी से स्वस्थ हो सकें।

डेंगू के प्रसार को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने प्रभावित गांवों में टेमीफोस लिक्विड का छिड़काव शुरू किया है। गुरुवार को रामपुर, मल्हीपुर, छोटकी रजवा और बड़की रजवा गांवों में इस लिक्विड का छिड़काव 5 टीमों द्वारा किया गया। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि डेंगू प्रभावित गांवों में टेमीफोस के साथ-साथ ब्लिचिंग पाउडर और चूना पाउडर का छिड़काव भी किया जा रहा है। टेमीफोस लिक्विड को 10 लीटर पानी में 1 एमएल मिलाकर छिड़काव किया जा रहा है, जिससे मच्छरों की संख्या पर नियंत्रण पाया जा सकेगा।

अगर डेंगू मरीजों की बढ़ती संख्या पर नजर डालें, तो 21 से 23 अगस्त के बीच 20 मरीजों में 5 पॉजिटिव पाए गए। 24 अगस्त को 12 में से 4, 25 अगस्त को 9 में से 1, 26 अगस्त को 18 में से 9, 27 अगस्त को 28 में से 5, 28 अगस्त को 13 में से 1, 29 अगस्त को 18 में से 6, 30 अगस्त को 23 में से 3, 31 अगस्त को 24 में से 7, 2 सितंबर को 31 में से 4, 3 सितंबर को 17 में से 1 और 5 सितंबर को 22 में से 3 मरीजों का रिपोर्ट पॉजिटिव आया।
