समस्तीपुर में इन दिनों मौसम के उतार-चढ़ाव के बीच किसानों के लिए खेती से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आई हैं। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में बारिश की संभावना जताई है, वहीं कृषि विशेषज्ञों ने किसानों के लिए कुछ आवश्यक कृषि कार्यों के निर्देश दिए हैं।
समस्तीपुर और आसपास के क्षेत्रों में हल्की बारिश के बीच किसानों के लिए अरहर, खरीफ प्याज, हल्दी, अदरक, और अन्य सब्जियों की खेती के लिए महत्वपूर्ण सलाह दी गई है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, ऊंची जमीन में 25 अगस्त के बाद अरहर की बुआई की जा सकती है। इसके लिए पूसा 9 और शरद जैसे प्रभेद उत्तर बिहार के लिए अनुशंसित हैं। बुआई के समय खाद का उपयोग और बीजों का उचित उपचार आवश्यक है।
खरीफ प्याज की रोपाई के लिए खेतों को समतल करना और जल निकासी के लिए नालियों का निर्माण करना जरूरी है। किसानों को मिर्च की रोपाई से पहले बिचड़ों का उपचार जीवाणु खाद से करने की सलाह दी गई है। जो किसान अपने खेतों में फलदार पौधों का बगीचा लगाना चाहते हैं, उन्हें अविलम्ब पौधों की रोपाई करनी चाहिए और इसके लिए गोबर खाद का प्रयोग आवश्यक है।
मौसम विभाग ने राज्य के दक्षिण-मध्य और पश्चिमी भागों में आने वाले दिनों में मेघगर्जन और वज्रपात की संभावना जताई है। 23 से 31 अगस्त के बीच हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, जिसमें 23, 25, 26 और 28 अगस्त को विशेष रूप से बारिश की संभावना है। इस दौरान तापमान में भी थोड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है, जिससे उमस भरे मौसम का अनुभव हो सकता है।