समस्तीपुर जिले के वारिसनगर से होकर गुजरने वाली शांति नदी पर बनाए गए डायवर्जन के बह जाने से स्थानीय लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बीते सोमवार को भी समस्तीपुर-हथौड़ी पथ पर आवाजाही पूरी तरह ठप रही। राहगीरों को अपने गंतव्य तक पहुँचने के लिए करीब 10 से 15 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है, जिससे आमजन की परेशानी साफ़ झलक रही है।

लोगों की दिक्कत को देखते हुए जल निस्सरण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता के नेतृत्व में, सोमवार शाम से ही डायवर्जन के पुनर्निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया। हालांकि, नदी में तेज बहाव और किनारों के कटाव के चलते काम में काफी कठिनाई आ रही है। विभाग की मानें तो मंगलवार तक यह निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा, ताकि जनसंचार फिर से सामान्य हो सके।

ज्ञात हो कि जल निस्सरण प्रमंडल समस्तीपुर द्वारा शांति नदी के 22.020 किलोमीटर स्थान पर पुल का निर्माण कार्य चल रहा है। इसके कारण अस्थाई डायवर्जन बनाकर आवागमन की सुविधा दी गई थी। पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया और पानी डायवर्जन के ऊपर से बहने लगा। तेज बहाव डायवर्जन को अपने साथ बहा ले गया, जिससे समस्तीपुर-हथौड़ी मार्ग पर यातायात पूरी तरह रुक गया।

इस वजह से समस्तीपुर और दरभंगा के इलाकों के लोगों को काफी दिक्कतें पेश आ रही हैं। खासतौर पर दरभंगा के बहेरी, कुशेश्वर स्थान, बेनीपुर, रोसड़ा और बेगूसराय की ओर जाने वाले यात्रियों को समस्या हो रही है। वैकल्पिक मार्ग का सहारा लेने से लोगों को न केवल समय, बल्कि अतिरिक्त ईंधन और पैसे की भी खपत हो रही है।


स्थानीय लोगों की मांग है कि पुल और डायवर्जन के निर्माण कार्य में तेजी लाई जाए, ताकि जल्द से जल्द पुराना रास्ता फिर से चालू हो सके और उन्हें इस परेशानियों से निजात मिले। विभाग की ओर से भी आश्वासन दिया गया है कि कार्य जल्द पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।


