समस्तीपुर में अपराध नियंत्रण और विधि व्यवस्था की मजबूती को लेकर जिला पुलिस ने एक बार फिर कमर कस ली है। एसपी अशोक मिश्रा ने जिले के सभी पुलिस अधिकारियों को न सिर्फ सख्त निर्देश दिए, बल्कि साफ कर दिया कि पुलिसिंग में अब लापरवाही या बिचौलियों की कोई जगह नहीं होगी। यह बैठक खास तौर पर आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए और जिले में बढ़ते नशीले पदार्थों के कारोबार पर लगाम लगाने के उद्देश्य से आयोजित की गई।

शुक्रवार को समस्तीपुर कलेक्ट्रेट सभागार में एसपी अशोक मिश्रा की अध्यक्षता में आयोजित क्राइम मीटिंग में जिले भर के डीएसपी, थानाध्यक्ष और सर्किल इंस्पेक्टर शामिल हुए। बैठक में अपराध नियंत्रण, मादक पदार्थों की तस्करी पर कार्रवाई, लंबित मामलों का निष्पादन और संवेदनशील इलाकों की निगरानी जैसे अहम मुद्दों पर गहन चर्चा हुई।

एसपी ने थानाध्यक्षों को निर्देशित किया कि थानों में बिचौलियों की किसी भी प्रकार की गतिविधि को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाए। उन्होंने कहा कि आम जनता को न्याय दिलाने के लिए थानों को भरोसेमंद केंद्र बनाना जरूरी है। साथ ही शिकायतकर्ताओं से सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार करने का भी विशेष आग्रह किया।


चुनावों को ध्यान में रखते हुए एसपी ने सभी फरारी पंजी और गुंडा पंजी को अपडेट करने को कहा। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि गुंडा पंजी में नए संदिग्धों के नाम जोड़े जाएं और निगरानी प्रस्तावों पर समयबद्ध कार्रवाई हो। अपराधियों की धरपकड़ के लिए पुराने वारंट, कुर्की आदेशों का निष्पादन प्राथमिकता पर करने की बात कही गई।

साथ ही, सीसीटीएनएस पोर्टल पर सभी मामलों की समय पर प्रविष्टि सुनिश्चित करने, गश्ती वाहन व डायल-112 की नियमित पेट्रोलिंग, और दुर्घटना से संबंधित मामलों की ईडीआर व आईआरडी पोर्टल पर रिपोर्टिंग पर विशेष बल दिया गया।
बैठक में एसपी ने स्पष्ट किया कि जो थाने लंबित कांडों के निष्पादन में पीछे हैं, उन्हें लक्ष्य के अनुसार जल्द कार्रवाई करनी होगी। “अपराध पर नियंत्रण केवल बैठकों से नहीं, जमीनी स्तर पर कार्रवाई से होगा,” उन्होंने दो टूक कहा।
