Samastipur

Samastipur News : समस्तीपुर में इलाज के दौरान बच्ची की मौत, अक्रोशित परिजनों ने की नर्सिंग होम कर्मी की पिटाई.

Photo of author
By Samastipur Today Desk

 


 

Samastipur News : समस्तीपुर में इलाज के दौरान बच्ची की मौत, अक्रोशित परिजनों ने की नर्सिंग होम कर्मी की पिटाई.

 

Samastipur News : समस्तीपुर में इलाज के दौरान एक बच्ची की मौत हो गई है। इससे आक्रोशित परिजनों ने नर्सिंग होम के कर्मचारियों की पिटाई कर दी। मामला नगर थाना क्षेत्र स्थित मवेशी अस्पताल के पास स्थित एक एक निजी नर्सिंग होम का है, जहां बच्ची पिछले 8 दिनों से भर्ती थी। वहीं इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। हालांकि हम इस वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करते हैं।

 

मिली जानकारी के अनुसार मुफस्सिल थाना क्षेत्र के दरियापुर नवादा गांव निवासी सुधीर कुमार की 8 साल की बेटी माही कुमारी का इलाज शहर के एक निजी नर्सिंग होम में चल रहा था। परिजनों के अनुसार वह स्वस्थ हो गयी थी और आज डिस्चार्ज होने वाली थी। इस बीच नर्सिंग होम के स्टाफ ने बच्ची को एक इंजेक्शन दिया। जिसके बाद बच्ची की अचानक तबियत बिगड़ी और फिर मौत हो गई।

 

इंजेक्शन लगने के बाद गई जान

 

इंजेक्शन लगने के बाद गई जान : मृत बच्ची के चाचा धीरज कुमार ने बताया कि नर्सिंग होम का पूरा भुगतान कर दिया गया था। आज बच्ची को छुट्टी मिलने वाली थी। घर जाने से पहले नर्सिंग होम के एक स्टाफ ने बच्ची को एक इंजेक्शन लगाया। जिससे बच्ची के शरीर पर इन्फेक्शन हो गया और फिर उसकी मौत हो गई। जबकि आज सुबह बच्ची बिल्कुल सही सलामत थी। यहां के डॉक्टर ने कहा था कि एक इंजेक्शन देने के बाद बच्चे को लेकर जा सकते हैं। लेकिन इस इंजेक्शन से बच्ची की जान चली गई।

घटना की सूचना मिलते ही नगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। लेकिन, आक्रोशित परिजनों ने पुलिस की मौजूदगी में भी अस्पताल कर्मियों को पीटना जारी रखा। इस दौरान नर्सिंग होम के सभी स्टाफ वहां से भाग गए। इसके बाद डायल-112 की पुलिस टीम ने मौके पर पहुंच कर हंगामे को शांत कराया।

इस मामले में अपर थानाध्यक्ष शंभूनाथ सिंह ने बताया कि पूछताछ में यह बात सामने आई है कि परिजन इलाज के बीच में ही बच्ची को किसी दूसरे डॉक्टर के पास भी ले गए थे। जहां बच्ची की तबीयत बिगड़ने लगी तो उसे फिर से उसी क्लिनिक में वापस लाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, इस मामले में अब तक किसी भी पक्ष से लिखित शिकायत नहीं हुई है। आवेदन के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।