समस्तीपुर शहरी विकास पर एक्शन प्लान के तहत होने वाले कई कार्य अब तक क्रियान्वित नहीं किए गए हैं। महीनों पहले नगर निगम कार्यालय में इसके लिए मेयर अनिता राम ने विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक बुलाई थी। बैठक में समन्वित रूप से एक्शन प्लान बना कर उन्हें अविलंब क्रियान्वित करने के लिए निर्देश दिया था।
अधिकारियों को जनहित से जुड़े ये कार्य तत्परता के साथ निपटाने को कहा गया था। अधिकारियों को अगली बैठक में अपने साथ दिए गए निर्देशों पर प्रगति रिपोर्ट साथ लेकर आने को कहा गया था। उन निर्देशों में कई पर अमल नहीं किया गया। दिए गए निर्देश के तहत नगर निगम के क्षेत्र में शामिल सभी ग्रामीण सड़कों का जीर्णोद्धार करना था। इसके लिए 34 ग्रामीण सड़कों की सूची मेयर को सौंपी गई थी। इसके अलावा आरसीडी की जर्जर सड़कों को दुरुस्त करना था।
शहर में बिजली व टेलीफोन के जर्जर तारों व पोलों को हटाने का निर्देश दिया गया था। जर्जर बिजली के तारों को तो कुछ रूटों में बदला गया है लेकिन टेलीफोन के जर्जर तार नहीं बदले गए। सड़क पर खड़े बिजली व टेलीफोन के पोलों को अब तक हटाया नहीं गया है। एसडीओ को कहा गया था कि वे नगर निगम इलाके से सड़कों व नालों पर से अतिक्रमण हटवाएं। यह बड़ी समस्या अब तक बनी हुई है। जिला मतत्स अधिकारी को शहरी तालाबों का जीर्णोद्धार कराने को कहा गया था। वन विभाग के अधिकारियों को इन तालाबों के किनारे पौधारोपण करने के लिए निर्देशित किया गया था। आज तक ना तो तालाबों का जीर्णोद्धार हुआ ना ही पौधरोपण ही किया गया। सिविल सर्जन को मेयर ने निर्देश दिया था कि वे वार्ड 28 में पीएससी खुलवाएं। इस निर्देश का भी अब तक अमल नहीं किया गया।
बैठक में उप मेयर रामबालक पासवान, नगर आयुक्त, बुडको के अभियंता, बिजली, बीएसएनएल, आर डब्लू डी के अभियंता, सिविल सर्जज, वन विभाग के अधिकारी समेत अन्य अधिकारी उपस्थित हुए थे।
बैठक में दिए गए निर्देशों में कुछ पर कार्य हुए हैं, बाकी पर अमल नहीं हुआ है। जर्जर ग्रामीण सड़कों का अभी तक निर्माण नहीं किया गया है, जो नगर निगम के इलाके में शामिल हैं। वे जल्द ही इस मामले में अगली समीक्षा बैठक बुला कर दिए गए निर्देशों पर किए गए अमल की जानकारी लेंगे।
अनिता राम, मेयर, नगर निगम समस्तीपुर