Bihar Teacher Exposed : बिहार के सरकारी स्कूलों में फर्जी हाजिरी बनाने का खेल चल रहा है। मामला सामने आने बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। जानकारी के अनुसार राज्य के जमुई जिले के स्कूलों में शिक्षक उत्तर प्रदेश व अन्य जगहों से हाजिरी बना रहे हैं। हालांकि विभाग ने अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है, लेकिन मामला अधिकारी के संज्ञान में आया है। शिक्षा विभाग के डीपीओ (स्थापना) पारस कुमार ने बताया कि उन्हें ऐसी सूचना मिली है। मामले की जांच के साथ ही ऐसे शिक्षकों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। पकड़े जाने पर निलंबन समेत सख्त कार्रवाई की जाएगी।

फोन को फ्लाइट मोड में कर भर रहे हाजिरी:
कुछ शिक्षकों ने नाम न छापने की शर्त पर यह भी बताया कि मोबाइल को फ्लाइट मोड में रख कर कहीं से भी हाजिरी दर्ज हो जाती है। स्कूल के पांच सौ मीटर के दायरे में रहने की जरूरत नहीं है। बताया गया है कि सोनो समेत अन्य प्रखंडों में ऐसे शिक्षकों की संख्या काफी अधिक है। अगर विभाग स्कूल के लोकेशन व दर्ज हाजिरी के लोकेशन की जांच करे तो और भी बड़ी तस्वीर सामने आएगी।

इधर, शिक्षा विभाग जिले में ई-शिक्षा कोष पर हाजिरी बनाने में लगातार फर्जीवाड़ा पकड़ रहा है। फोटो से फोटो लेकर, दूसरे शिक्षक का फोटो लगाकर, विद्यालय का फोटो लगाकर हाजिरी बनायी गयी है। शिक्षा विभाग की रैंडम जांच में फिर ऐसा मामला सामने आया है।


विभाग ने मांगा स्पष्टीकरण:
ताजा मामला सोनो प्रखंड के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय करमाटांड़ से जुड़ा है। विभाग ने यहां के तीन शिक्षकों से इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा है। इन शिक्षकों में बबीता कुमारी, कृष्ण कन्हैया और मो. मुख्तार आलम का नाम शामिल है। शिक्षा विभाग के डीपीओ (स्थापना) पारस कुमार ने बताया है कि विभाग ने ई-शिक्षा कोष पर शिक्षकों की उपस्थिति की रैंडम जांच करायी है।

इसमें कुल दस दिनों की उपस्थिति की जांच की गयी, जिसमें प्राथमिक विद्यालय करमाटांड़ के तीन शिक्षकों का फर्जीवाड़ा और जालसाजी सामने आया है। वे फोटो से फोटो या दूसरे शिक्षक का फोटो या बिना फोटो के ही विद्यालय पहुंचे और चले गये। डीपीओ ने विशेष तिथि 7 दिसंबर और 9 दिसंबर, 14 दिसंबर और 16 से 18 दिसंबर का वेतन भुगतान रोक दिया है। साथ ही 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है।
ऐसे लगाते हैं शिक्षक फर्जी हाजिरी :
- मोबाइल को फ्लाइट मोड में डालकर हाजिरी बनाई जा रही है।
- फ्लाइट मोड में स्कूल परिसर में रहने की जरूरत नहीं पड़ती।
- फोटो से फोटो लेकर हाजिरी बना रहे हैं।
- स्कूल का फोटो अपनी हाजिरी में अपलोड कर रहे हैं।
- विभाग ने तीसरी बार हाजिरी का फर्जीवाड़ा पकड़ा।
बता दें कि इससे पहले भी विभाग ने चकाई प्रखंड के उमवि कोखर स्कूल के शिक्षक विष्णुदेव यादव, पंकज कुमार, प्रियंका भारती और प्रणव प्रिंस द्वारा एक ही फोटो या फोटो से फोटो लेकर ई-शिक्षा कोष पर हाजिरी लगाने का फर्जीवाड़ा पकड़ा था। 5 दिसंबर से 12 दिसंबर तक रैंडम जांच में भी इसका खुलासा हुआ था। इसके बाद बरहट प्रखंड के चोरमारा में भी ऐसा ही मामला पकड़ा गया था।
