समस्तीपुर के आदर्शनगर में आठ दिवसीय रामकथा यज्ञ का शुभारंभ शुक्रवार शाम को हुआ, जिसमें अयोध्या से आए स्वामी रामशंकर महाराज, जिन्हें “डिजिटल बाबा” के नाम से भी जाना जाता है, ने भक्तों को अपने मन को निर्मल और जीवन को सच्चे भक्ति मार्ग पर चलाने का संदेश दिया। उन्होंने आधुनिक जीवन की चुनौतियों के बीच भक्तिमय और संतुलित जीवन की आवश्यकता पर बल दिया।
डिजिटल बाबा ने कथा के दौरान भक्तों को जीवन के उद्देश्य और आत्मज्ञान के महत्व पर प्रवचन दिया। उन्होंने कहा कि जब हम अपनी आत्मा को पहचानते हैं और भगवान के नाम का सुमिरण करते हैं, तो हमारे जीवन में शांति और संतुलन आता है। उन्होंने आगे कहा कि मौजूदा समय में, जब चारों ओर नकारात्मकता और गलत कार्यों का प्रभाव है, हमें अपने भीतर एक निर्मल भावना का संचार करना चाहिए और नैतिकता का पालन करना चाहिए।
कथा के पूर्व आयोजन समिति के अध्यक्ष रामकिशोर राय, सचिव अमरेंद्र कुमार सिंह, और कोषाध्यक्ष विनय ठाकुर सहित समिति के अन्य सदस्यों ने स्वामी जी का माला पहनाकर स्वागत किया। यज्ञ के शुभारंभ से पहले, शहर में एक कलश शोभायात्रा भी निकाली गई, जिसमें स्वामी रामशंकर महाराज समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
समिति के अनुसार, पूरे आठ दिनों तक कथा का आयोजन होगा, और 22 नवंबर को राम-सीता विवाह उत्सव के साथ इसका समापन होगा। इस उत्सव में समस्तीपुर और आसपास के इलाकों से भी बड़ी संख्या में भक्तों के शामिल होने की उम्मीद है, जो इस पवित्र अवसर का आनंद लेंगे और दिव्य आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।