समस्तीपुर जिले में एक हृदयस्पर्शी घटना सामने आई है, जहां सात साल पहले परिवार से बिछुड़ा एक बालक, गिरमल, अब अपने परिजनों से मिल गया है। इस मिलन ने पूरे परिवार में खुशी और भावनाओं का ज्वार ला दिया है।
गिरमल, जो मानसिक रूप से कमजोर है, पिछले सात वर्षों से समस्तीपुर के किशोर बालगृह में रह रहा था। उसकी मानसिक स्थिति के कारण वह अपने घर और परिवार के बारे में कोई जानकारी नहीं दे पा रहा था, जिससे उसके परिजनों का पता लगाना मुश्किल हो गया था। बालगृह के अधीक्षक सुमित कुमार ने बताया कि कई वर्षों की कोशिशों के बाद यह पता चला कि गिरमल का घर वारिसनगर प्रखंड के रोहुआ पूर्वी में है।
सात साल की लम्बी खोजबीन के बाद, बालगृह की टीम ने वहां जाकर सत्यापन किया और गिरमल के परिजनों को ढूंढ निकाला। सभी औपचारिकताओं के बाद गिरमल को उनके हवाले कर दिया गया। इस दौरान, गिरमल के परिजनों की आंखें खुशी से नम हो गईं।
गिरमल की मां के साथ यह घटना तब हुई जब वे दिल्ली गए थे। वहां, मानसिक दिव्यांगता के कारण गिरमल भटक गया और उसे 2022 में समस्तीपुर बालगृह भेजा गया। परिजनों ने बताया कि गिरमल की बहन की शादी 10 जुलाई को है, और इस खास मौके पर गिरमल का वापस मिल जाना उनके लिए दोहरी खुशी लेकर आया है।