समस्तीपुर। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सदर अस्पताल परिसर में विश्व जनसंख्या दिवस पखवाड़ा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ. एसके चौधरी ने किया। इस मौके पर उन्होंने जनसंख्या विस्फोट के खतरों पर चर्चा की और इसे भविष्य में गंभीर संकट का कारण बताया।
भारत में जनसंख्या वृद्धि पर चिंता
डॉ. एसके चौधरी ने कहा कि भारत जैसे कृषि प्रधान देश में जनसंख्या वृद्धि एक बड़ी चिंता का विषय है। उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण के लिए ‘हम दो और हमारे एक’ की नीति अपनाने पर जोर दिया।
जनसंख्या विस्फोट के प्रति जागरूकता
सिविल सर्जन ने बताया कि इस पखवाड़े का उद्देश्य लोगों को जनसंख्या विस्फोट के बारे में जानकारी देना और उन्हें जागरूक बनाना है। उन्होंने कहा कि अधिक बच्चों का होना आर्थिक परेशानी का मुख्य कारण बन सकता है, जबकि कम बच्चों के पालन-पोषण में सुविधा होती है।
प्रदर्शनी और काउंसलिंग
कार्यक्रम के दौरान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया और विभिन्न काउंटरों पर काउंसलरों ने लोगों को जनसंख्या नियंत्रण के उपायों के बारे में जागरूक किया। परिवार नियोजन और अन्य जनसंख्या नियंत्रण उपायों पर भी चर्चा की गई। इलाज के लिए आए मरीजों को भी आवश्यक जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में भागीदारी
इस कार्यक्रम में अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर गिरीश कुमार, हेल्थ मैनेजर विश्वजीत राणा, राज्य स्वास्थ्य समिति के डॉक्टर ज्ञानेंद्र कुमार, एएनएम स्कूल की एचएम, और अस्पताल के अन्य डॉक्टर और कर्मचारी शामिल थे। इसके अलावा जिला प्रतिनिधि पिरामल और एएनएम स्कूल की छात्राएं भी उपस्थित थीं।
इस आयोजन से उम्मीद है कि जनसंख्या नियंत्रण के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और लोग परिवार नियोजन के महत्व को समझेंगे।