समस्तीपुर। गंडक रेलवे कॉलोनी में पानी की कमी ने गहराया संकट पैदा कर दिया है। इस समस्या से त्रस्त महिलाएं अपने बच्चों के साथ बाल्टियां लेकर डीआरएम कार्यालय पहुंची और जोरदार प्रदर्शन किया। इंजीनियरिंग और आरपीएफ विभाग के अधिकारियों ने महिलाओं को समझाकर शांत कराया और जल्द ही समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया।
पानी की कमी से प्रभावित दैनिक जीवन
महिलाओं ने बताया कि पिछले तीन महीनों से करीब तीन हजार रेलवे कर्मचारियों के परिवार पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। पंप बार-बार जलने के कारण सुबह और शाम मुश्किल से 15-20 मिनट के लिए ही पानी की आपूर्ति होती है। इस कारण घरेलू कामकाज प्रभावित हो रहा है, और समय पर खाना भी नहीं बन पाता। पति भी ऑफिस के लिए ठीक से तैयार नहीं हो पाते।
पंप की बार-बार खराबी
महिलाओं का कहना है कि रेलवे गंडक कॉलोनी में पानी की सप्लाई देने वाला पंप पिछले तीन महीनों में चार बार बदला जा चुका है, जबकि आमतौर पर सबमर्सिबल मोटर कई साल तक चलती है। सवाल उठता है कि रेलवे के पंप इतने जल्दी खराब क्यों हो जाते हैं। पहले टैंकर से भी पानी की सप्लाई होती थी, जिससे ग्राउंड फ्लोर के लोग तो आसानी से पानी भर लेते थे, लेकिन सेकंड फ्लोर तक पानी पहुंचाने में समस्या होती है।
डीआरएम का बयान
डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने बताया कि रेलवे कॉलोनी में पानी की समस्या की जानकारी मिली है। पहले भी पंप में खराबी आई थी, जिसे ठीक कराया गया था। अब फिर से खराबी की बात सामने आ रही है। इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिक विभाग को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
इस प्रदर्शन और आश्वासन के बाद उम्मीद है कि जल्द ही रेलवे कॉलोनी में पानी की समस्या का समाधान हो सकेगा।