समस्तीपुर के शिवाजी नगर, खानपुर, और कल्याणपुर जैसे प्रखंडों में हर साल बाढ़ की समस्या विकराल रूप लेती है। यहां से गुजरने वाली बूढ़ी गंडक नदी और अन्य नदियों में गाद जमाव एक प्रमुख कारण है। सांसद शांभवी ने लोकसभा में इस मुद्दे को उठाते हुए गाद की सफाई और पर्यटन विकास के प्रस्ताव को रखा, जिससे क्षेत्र की समस्याएं दूर हों और रोजगार के नए अवसर पैदा हों।
समस्तीपुर संसदीय क्षेत्र के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों, जैसे कल्याणपुर, वारिसनगर, रोसरा, कुशेश्वरस्थान और हायाघाट, में हर साल बाढ़ के कारण गाद जमा हो जाती है। बूढ़ी गंडक नदी के साथ-साथ बागमती, करेह, कमला, और बलान नदियों में भी यह समस्या सामान्य हो गई है। सांसद शांभवी ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि हर साल इन नदियों में 50 हजार क्यूबिक मीटर गाद जमा होता है, जिससे कम पानी आने पर भी बाढ़ का खतरा बना रहता है।
शांभवी का मानना है कि अगर इन नदियों की गाद सफाई कराई जाए और वाटर स्पोर्ट्स जैसे पर्यटन गतिविधियों को विकसित किया जाए, तो यह क्षेत्र न केवल बाढ़ की समस्या से मुक्त होगा बल्कि आर्थिक रूप से भी सशक्त होगा। उन्होंने कहा कि इससे युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे और समस्तीपुर, बिहार और देश के विकास का सपना साकार होगा।
बाढ़ के कारण यहां की नदियों में गाद जमा होने से न केवल कृषि पर असर पड़ता है बल्कि स्थानीय निवासियों के जनजीवन पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। गाद सफाई से बाढ़ की स्थिति में सुधार हो सकता है और जल प्रबंधन बेहतर हो सकता है।