शहर में बिजली बंद होना आम बात हो गई है. गर्मी व मॉनसून पूर्व विद्युत कंपनी द्वारा मेंटनेंस भी कराया गया था, बावजूद कब बिजली गुल हो जाए कहना मुश्किल है. इसका खामियाजा शहर के लोग भुगत रहे हैं. ई-पावर हाउस को संचालित करने वाली बैट्री खराब पड़ी है. इसके कारण भी बिजली सप्लाई प्रभावित हो रही है. लेकिन, बिजली कंपनी के अधिकारी बदला जा रहा है, कहकर मौन बैठे हैं. गुरुवार की रात भी हवा व बूंदाबांदी होते ही बिजली बंद हो गयी. पूरे शहर में अंधेरा छा गया. देर रात तक मानव बल मेंटनेंस करने में जुटे रहे. हवा के साथ बारिश शुरू होते ही शहर की बिजली सप्लाई बंद कर दी गई. तेज आंधी के बाद अधिकारियों ने बिजली आपूर्ति शुरू करने में असमर्थता जता दी.
शुक्रवार को भी तेज हवा के कारण ई पावर हाउस से जुड़े अधिकांश फीडर घंटों बंद रहे. उपभोक्ताओं का कहना है कि पूरे साल बिजली सब स्टेशन, ट्रांसफाॅर्मर और लाइनों के मेंटनेंस के बाद भी जरा सी हवा चलने पर बिजली गुल हो रही है. इससे गर्मी में शहरवासियों को राहत नहीं मिल पा रही है. बिजली कंपनी के अधिकारी इस सीजन में भी आये दिन सब स्टेशन, फीडर व लाइनों का मेंटनेंस का कार्यक्रम बनाकर रोजाना चार से छह घंटे की कटौती अलग-अलग क्षेत्रों में होती रही. लेकिन गुरुवार की रात को बारिश में विभिन्न फीडरों पर बिजली व्यवस्था गड़बड़ा गई. मेंटेनेंस के बाद भी शहर भर में रोजाना सप्लाई सिस्टम में फॉल्ट आ रहे हैं.
Samastipur News : क्या है बिजली कंपनी के अधिकारियों का कहना ?
वही बिजली कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि बारिश और तेज हवा का चलना प्राकृतिक आपदा है. लाइनों पर ही पेड़ गिरेंगे, तो स्वाभाविक है सप्लाई बाधित होगी. इससे इतर उपभोक्ताओं का कहना है कि लाइनों पर झूल रही पेड़ों की टहनियां सही तरीके काटी जाये और मानसून से आने पहले रात में जंपरों की पेट्रोलिंग की जाये तो काफी हद तक बारिश में बिजली गुल होने के मामले को कंट्रोल किया जा सकता है. साथ ही शहर के विभिन्न पावर सब स्टेशन को मिलने वाले 33 केवी सप्लाई की संचरण व्यवस्था ऐसी है कि कर्पूरीग्राम, ताजपुर, सिरसिया, सुधा फीडर में फॉल्ट होता है तो कभी ई पावर हाउस तो कभी मगरदही पावर हाउस तो कभी जितवारपुर पीएसएस की बिजली सप्लाई प्रभावित हो जाती है. फॉल्ट को दुरुस्त करने के लिए सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से अन्य पीएसएस से जुड़े 33 केवी को भी बंद करना पड़ता है. इन दिनों भीषण गर्मी के कारण कुछ देर के लिए भी बिजली गुल होने पर लोगों का गर्मी से बुरा हाल हो जाता है.
ऐसी भीषण गर्मी में दिन के समय बार-बार बिजली गुल हो जाने से लोग परेशान हो गये हैं. रोजाना शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में दिन और रात में बार-बार बिजली का आना-जाना लगा रहता है. थोड़ी सी ही हवा चलने पर बिजली बंद कर दी जाती है. बिजली विभाग के 24 घंटे बिजली आपूर्ति जारी रखने के दावे की पोल खोल कर रख दी है. मौसम में गर्माहट बढ़ने के साथ बिजली की मांग और फॉल्ट बढ़े हैं. ये फॉल्ट दिनचर्या के साथ व्यापार को भी प्रभावित कर रहे हैं. कभी केबल जलने तो कभी डीओ (ड्राॅप आउट) फ्यूज व जंपर उड़ने से बार-बार बिजली गुल हो रही है, जिससे गर्मी के मौसम में लोगों की परेशानी बढ़ गई है. सबसे ज्यादा शिकायतें काल सेंटर पर पहुंच रही हैं.