समाहरणालय स्थित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष में प्रभारी जिला अधिकारी अजय कुमार तिवारी की अध्यक्षता में कुष्ठ रोगी खोजी अभियान को लेकर जिला समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गई। इस अभियान का उद्देश्य जिले में कुष्ठ रोगियों की पहचान कर उन्हें उचित उपचार प्रदान करना है, जिससे समाज को कुष्ठ रोग के प्रसार और विकृति से बचाया जा सके। अभियान 19 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलाया जाएगा।

बैठक में सिविल सर्जन ने जानकारी दी कि अभियान के तहत घर-घर जाकर संभावित रोगियों की जांच की जाएगी। इस कार्य के लिए विशेष दलों का गठन होगा, जिसमें एक आशा कार्यकर्ता और एक पुरुष कर्मी शामिल होंगे। हालांकि, 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की जांच नहीं की जाएगी। जांच के दौरान संभावित संदिग्धों की पहचान की जाएगी और उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में आगे की जांच के लिए भेजा जाएगा।

अभियान के लिए सभी स्वास्थ्य कर्मियों और आशा कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि जांच सही तरीके से हो सके। प्रभारी जिला अधिकारी अजय कुमार तिवारी ने अभियान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए कई निर्देश जारी किए। उन्होंने टीमों को घरों पर निशान लगाने की अनिवार्यता बताई ताकि जांच प्रक्रिया की पुष्टि की जा सके। इसके अतिरिक्त, जांच टीमों की निगरानी के लिए अलग से टीमें तैनात की जाएंगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि स्क्रीनिंग सही ढंग से की जा रही है।


अभियान के दौरान टीमों की निगरानी और सत्यापन की व्यवस्था भी की जाएगी, जिससे अभियान को पूरी तरह सफल बनाया जा सके।
