Samastipur Roads in Poor Condition : नगर परिषद से नगर निगम में अपग्रेड होने के बाद जहां नगर निगम की कई सड़कें बन रही हैं, वहीं ग्रामीण कार्य विभाग की अधीन शहरी सड़कों की स्थिति बद से बदतर हो गई है। समस्तीपुर नगर निगम के विभिन्न वार्डों की सड़कों का हाल ऐसा है कि इन पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है।
स्थानीय लोगों की समस्याएं
धूल और गंदगी: सड़कों पर अलकतरा के बजाय गिट्टियां बिखरी पड़ी हैं। वाहन गुजरते ही धूल का गुबार बन जाता है, जिससे आसपास के निवासियों का जीवन दूभर हो गया है।
बरसात में हालात और खराब: टूटी सड़कों पर जलजमाव और कीचड़ के कारण दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है।
यातायात में बाधा: आम लोगों और वाहनों को इन सड़कों पर आवागमन में कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
लोगों की मांग और प्रशासन का रवैया
स्थानीय निवासी और वार्ड पार्षद लंबे समय से इन सड़कों के जीर्णोद्धार की मांग कर रहे हैं।
नगर निगम की मेयर अनिता राम ने ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया था।
विभागीय मंत्री को भी पत्र लिखा गया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
सालों से जर्जर सड़कों की सूची
वार्ड संख्या 20
धर्मपुर चौक से मुसापुर मिडिल स्कूल होते हुए भारती ब्यूटी पार्लर सोनवर्षा चौक तक।
सुमन सिंह के मकान से शिव शंकर राय के मकान तक।
वार्ड संख्या 28
लाल बाबू ठाकुर के मकान से संतोष ठाकुर के मकान होते हुए जर्नाधन जी के मकान तक।
वार्ड संख्या 31/39
मिडिल स्कूल घुरलख से समस्तीपुर-मुसरीघरारी वाली सड़क तक।
अन्य महत्वपूर्ण सड़कें
घुरलख से आसीनपुर।
धर्मपुर रेलवे क्रॉसिंग से पूसा फॉर्म।
मगरदही चौक से राहुल विवाह भवन।
पंचवटी चौक से रहीमपुर रुदौली।
दादपुर वार्ड संख्या 6 से रहमतपुर वार्ड संख्या 2 तक।
मुक्तापुर झिल्ली चौक से उमेश स्मारक तक।
समाधान की दिशा
नगर निगम और ग्रामीण कार्य विभाग के बीच तालमेल की कमी इन समस्याओं का प्रमुख कारण है। सड़कों की मरम्मत और दोहरीकरण का काम प्राथमिकता पर होना चाहिए।
स्थानीय प्रशासन की जवाबदेही: जर्जर सड़कों की समयबद्ध मरम्मत के लिए योजना बनानी चाहिए।
जन भागीदारी: निवासियों को जागरूकता अभियान चलाकर इन मुद्दों को प्रशासन तक पहुंचाना होगा।
विभागीय कार्रवाई: संबंधित विभागों के बीच बेहतर समन्वय से सड़कों की हालत सुधारने की जरूरत है।
जर्जर सड़कों की स्थिति न केवल शहर की छवि खराब करती है, बल्कि लोगों की जीवनशैली और सुरक्षा पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती है। यह समय है कि प्रशासन इस समस्या पर त्वरित कार्रवाई करे।