Bihar News : राष्ट्रीय युवा दिवस पर भारत सरकार ने राजधानी दिल्ली के भारत मंडपम में ‘विकसित भारत युवा नेता संवाद’ का आयोजन किया। युवा मामले एवं खेल मंत्रालय के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में देशभर से 30 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। इनमें से तीन हजार प्रतिभाशाली युवाओं का चयन कर उन्हें इस विशेष कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया। बिहार के लिए यह गौरव का क्षण था, जब राज्य के दो होनहार युवा उद्यमियों डॉ. नीरज झा (सीईओ, हनुमान केयर) और दिलखुश कुमार (सीईओ, रोडबेस) को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया। युवाओं को प्रेरित करने और उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन 2047 के विकसित भारत के विजन से जोड़ने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पीएम ने युवाओं को बताया- देश की सबसे बड़ी ताकत।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने विचार साझा करते हुए युवाओं को देश की सबसे बड़ी ताकत बताया और कहा कि ‘युवा न केवल समस्याओं का हिस्सा हैं, बल्कि समाधान का केंद्र हैं।’ उन्होंने मिशन 2047 के तहत भारत को 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प दोहराया और देश के विकास में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
‘युवा उद्यमियों को प्रेरित और सशक्त करेंगे’ :
डॉ. नीरज झा ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “यह हमारे लिए गर्व और प्रेरणा का क्षण है कि हमें बिहार का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला। प्रधानमंत्री के विचार और उनका विजन युवाओं को नई ऊर्जा प्रदान करता है। हम संकल्प लेते हैं कि हम अपनी उद्यमशीलता और अनुभव का उपयोग करके अधिक से अधिक युवा उद्यमियों को प्रेरित और सशक्त करेंगे।”
दिलकुश कुमार ने कहा :
दिलकुश कुमार ने कहा, “इस कार्यक्रम ने हमें यह समझने का अवसर दिया कि विकसित भारत का सपना तभी पूरा हो सकता है जब देश का हर युवा अपनी जिम्मेदारी को समझे और अपनी क्षमता का पूरा उपयोग करे। यह मंच युवाओं को अपनी भूमिका पहचानने और अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित करता है।”
इस कार्यक्रम का उद्देश्य :
विकसित भारत युवा नेता संवाद भारत सरकार की दूरदर्शी पहल का एक हिस्सा है, जो देश के विकास को गति देने के लिए युवाओं को सशक्त बनाने पर केंद्रित है। इस कार्यक्रम ने न केवल देश भर से आए युवा प्रतिभागियों को प्रेरित किया, बल्कि उन्हें यह एहसास भी कराया कि वे राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया का अभिन्न अंग हैं। इस कार्यक्रम ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भारत का भविष्य उसके युवा हैं, और उनके सामूहिक प्रयास निश्चित रूप से 2047 तक विकसित भारत के सपने को पूरा करेंगे।