बिहार में अवैध खनन पर निगरानी रखे जाने को लेकर खान एवं भूतत्व विभाग नयी खनन निगरानी प्रणाली लागू करने की तैयारी में जुटा है। इसके तहत खनन पट्टा क्षेत्रों व उसके आसपास भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा निर्मित कार्टोसेट सैटेलाइट की मदद से निगरानी रखी जाएगी।

इसके लागू होने पर पट्टा क्षेत्र के चारों तरफ 500 मीटर की परिधि में कोई भी अवैध खनन गतिविधि होने पर विभाग को तत्काल अलर्ट मिलेगा। सबूत के तौर पर सैटेलाइट से खींची गयी उच्च क्वालिटी की तस्वीरें भी उपलब्ध होंगी।

नयी खनन निगरानी प्रणाली लागू करने से पहले विभाग के पदाधिकारियों को प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर इसकी जानकारी दी गयी है। खान निदेशक विनोद दूहन की अध्यक्षता में पिछले दिनों हुई इस बैठक में गांधीनगर (गुजरात) के भारतीय खान ब्यूरो से आये क्षेत्रीय खान नियंत्रक पुष्पेंद्र गौड़ ने माइनिंग सर्विलांस सिस्टम से अधिकारियों का परिचय कराया। खान निदेशक ने सुझावों के आधार पर मुख्यालय के पदाधिकारियों को प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया है।

बैठक में गुजरात से आए क्षेत्रीय खान नियंत्रक पुष्पेंद्र गौड़ ने बताया कि खनन निगरानी प्रणाली में भारतीय रिमोट सेंसिंग कार्यक्रम में इस्तेमाल होने वाली इसरो के कार्टोसेट सैटेलाइट से उच्च क्षमता की तस्वीरें प्राप्त की जाती हैं। खनन पट्टा क्षेत्र चारों तरफ 500 मीटर के बफर क्षेत्र में कोई भी खनन गतिविधि होने पर यह सिस्टम विभाग को अलर्ट करता है।


इस प्रणाली का उपयोग करने से पहले राज्य के सभी खनन पट्टों का आईटी की मदद से डॉट केएमएल व डॉट शेप फाइल तैयार किया जाता है। प्रणाली की खासियत है कि इसके एप पर सामान्य नागरिक भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।


