Bihar News : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल दीघा-दीदारगंज पुल की सड़क में दरार आ गई है। चार दिन पहले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पुल और सड़क का उद्घाटन किया था। 3831 करोड़ रुपये की लागत से बने इस पुल में दरार की खबर से पथ निर्माण विभाग में हड़कंप मच गया है। विभाग के मंत्री नितिन नवीन ने खुद इस मामले में सफाई दी है। उन्होंने कहा कि पुल में दरार नहीं है, बल्कि पुल और उसकी सड़क के जोड़ में दरार है।

आपको बता दें कि करीब 3831 करोड़ रुपये की लागत से बनी इस परियोजना का निर्माण बिहार राज्य पथ निर्माण निगम ने कराया है। इस महत्वपूर्ण सड़क की लंबाई 20.5 किलोमीटर है, जो पटना शहर के दो महत्वपूर्ण छोर को जोड़ती है। यह अटल पथ, एलसीटी घाट, गांधी मैदान, पीएमसीएच, पटना विश्वविद्यालय, एनआईटी, गायघाट, कंगन घाट, कृष्णा घाट और पटना घाट जैसे सभी महत्वपूर्ण स्थानों को एक सीधी रेखा में जोड़ती है। इससे पटना के पूर्वी और पश्चिमी इलाकों के बीच यातायात काफी सुगम हो गया था। लेकिन, उद्घाटन के महज तीन दिन बाद ही दीदारगंज के पास दरारें आ जाने से इसकी गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं।



खबर मिलते ही वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण किया और इस दरार को भरवाया. इसके बावजूद उन्होंने संबंधित अधिकारियों से इस संबंध में रिपोर्ट तलब की है। आपको बता दें कि सीएम नीतीश कुमार ने 10 अप्रैल को ही गंगा नदी पर बने दीघा-दीदारगंज पुल का उद्घाटन किया था। इस पुल में दरार की खबर है। इस खबर पर हंगामा मचने के बाद बिहार सरकार के पथ निर्माण विभाग के मंत्री नितिन नवीन ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पुल में दरार की सूचना मिली थी। यह सूचना गलत है।

उन्होंने कहा कि पुल और सड़क का निरीक्षण और परीक्षण करने के आदेश दे दिए गए हैं। विभाग से पूरी रिपोर्ट मांगी गई है। एक मीडिया हाउस को दिए बयान में उन्होंने कहा कि पुल में कोई दरार नहीं है, बल्कि पिलर और एप्रोच पथ के बीच की जगह एक्सटेंशन ज्वाइंट की ढलाई से ढकी हुई थी, उसमें दरार है। 10 अप्रैल को इस पुल पर वाहनों की आवाजाही से हुए कंपन के कारण यह जोड़ उभरा था। उन्होंने कहा कि इसे भर दिया गया है और जेपी गंगा पथ पूरी तरह सुरक्षित है।
उन्होंने कहा कि बिहार राज्य पथ विकास निगम के वरिष्ठ अधिकारियों ने इसका निरीक्षण किया है और उन्हें रिपोर्ट देने को कहा गया है। दूसरी ओर, पटना के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जेपी गंगा पथ परियोजना में पुल में दरार की बात कही जा रही है, लेकिन यह दरार नहीं है। यह पुल संरचना के अंत में एबटमेंट की डर्ट वॉल और एप्रोच स्लैब के बीच का जोड़ है। इसे एक्सपेंशन ज्वाइंट की ढलाई से ढक दिया गया था और कंपन के कारण यह उभर आया था। फिलहाल इसे फिलर मैटेरियल से भर दिया गया है।
