RIP Acharya Kishore Kunal : महावीर मंदिर ट्रस्ट के सचिव और पूर्व आईपीएस अधिकारी आचार्य किशोर कुणाल पंचतत्व में विलीन हो गए। उनके बेटे सयान कुणाल ने कोनहारा घाट पर नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी। इस दौरान सभी की आंखें नम थीं।
इससे पहले पटना के सदाकत आश्रम कुर्जी के पास गौशाला रोड स्थित उनके आवास से उनकी शवयात्रा निकली। शवयात्रा कुर्जी, राजीव नगर, अटल पथ होते हुए महावीर मंदिर पहुंची। अंतिम दर्शन के लिए आचार्य का पार्थिव शरीर करीब सवा घंटे तक महावीर मंदिर के पास रखा गया।
इस दौरान लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा। सभी की आंखें नम थीं। आचार्य के बेटे और बहू फूट-फूट कर रोते नजर आए। आचार्य की शवयात्रा गांधी सैदन से मरीन ड्राइव होते हुए गाय घाट पहुंची।
इसके बाद शवयात्रा गांधी सेतु होते हुए कोनहारा घाट पहुंची। बेटे सयान कुणाल और समधी अशोक चौधरी ने उन्हें कंधा दिया। उनकी पुत्रवधू और सांसद शांभवी भी उन्हें अंतिम विदाई देने कोनहारा घाट पहुंचीं। घाट पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ी।
समाज सेवा और धार्मिक योगदान की अमिट छाप :
आचार्य किशोर कुणाल के निधन से समाज और धर्म के क्षेत्र में शोक की लहर है। उनके जीवन में किए गए समाज सेवा, मंदिर निर्माण और धार्मिक ग्रंथों के संरक्षण के कार्यों को हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने 74 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली, लेकिन उनके विचार और आदर्श आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे। उनके निधन से न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और शैक्षणिक क्षेत्र में भी एक बड़ा शून्य पैदा हो गया है। लोग उनके आदर्शों को अपनाने का संकल्प लेकर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। उनके विचार और कार्य हमेशा समाज के लिए प्रेरणास्रोत बने रहेंगे।